Neet UG Result: कहते हैं ना कि मेहनत करने की जूनून हो तो सफलता जरूर मिलती है। ऐसी ही कहानी है उत्तर प्रदेश के बदायू के रहने वाले विभु उपाध्याय की। विभु ने इस साल नीट-यूजी की परीक्षा में सफलता हासिल की है। यह वही बच्चा है जिसे अक्सर गंगा घाटों पर आरती करते हुए देखा जाता है। लेकिन, विभु खुद को केवल गंगा आरती तक को सीमित नहीं रखा, उसने अपने और परिवार के डॉक्टर बनने के सपने को पूरा करने के लिए उसने नियमित तौर पर मेहनत की और इस सफलता को हासिल किया।
Badayun Boy विभु उपाध्याय ने नीट 2023 की परीक्षा में सफलता दर्ज की है। वे गंगा घाट पर होने वाली आरती में हमेशा दिखाई देते रहे हैं। इसके अलावा वे गंगा घाट पर आने वाले श्रद्धालुओं के लिए स्नान की व्यवस्था करते थे। वहीं कई बार गंगा घाट पर रखी गई चौकियों को भी साफ करते नजर आए हैं। विभु ने बताया कि 5 जनवरी 2019 में पूर्व डीएम दिनेश कुमार सिंह ने गंगा आरती की शुरुआत कराई थी। उसी समय से वो, उनके भाई और उनके कुछ साथी इस आरती में जुटे हुए हैं। उनके पास जब भी समय होता है, वो आरती में शामिल होने जाते हैं। उन्होंने कहा कि वो आगे भी इस आरती कार्यक्रम में जाते रहेंगे।
विभु ने कहा कि उनके परिवार में मेडिकल को लेकर अलग ही क्रेज है। इस कारण से ही विभु का शुरुआती दिनों से ही इस ओर रुझान बढ़ता गया। उन्होंने कहा ‘मैं हमेशा से डॉक्टर बनना चाहता था। मैंने 9वीं क्लास में नीट की तैयारी शुरू की थी। इसलिए तैयारियों को सिस्टमैटिक तरीके से को पूरा किया।’ यही वजह रही कि विभु के लिए परीक्षा में सफल होने का रास्ता आसान रहा। वहीं तैयारी पहले से शुरू करने के कारण 12वीं के बाद उन्होंने कम समय में नीट को क्लीयर कर लिया। विभु ने आगे बताया कि ‘गंगा माई की कृपा से उन्हें यह सफलता मिली।’ इसके साथ ही उन्होंने इस सफलता के लिए अपने माता-पिता को पूरा श्रेय दिया। वहीं विभु की मां ने कहा कि ‘अगर आपको अपने बच्चे से कुछ चाहिए तो आपको उनके साथ खड़ा होना पड़ेगा। वे जो करना चाहते हैं, उसे करने देना चाहिए। मां-पिता को अपने बच्चे की रुचि के बारे में जानकारी रहनी चाहिए।’