Parliament का आगामी विशेष सत्र 18 सितंबर को पुराने भवन में शुरू होने वाला है, 19 सितंबर को गणेश चतुर्थी के अवसर पर इसे नए परिसर में स्थानांतरित करने की योजना है। आपको बता दे की सरकार ने 18-21 सितंबर को Parliament का विशेष सत्र बुलाया है। संसद की नई इमारत का हाल ही में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उद्घाटन किया था। इस ख़बर की जानकारी समाचार एजेंसी एएनआई ने ट्वीट कर दिया है।
प्रल्हाद जोशी ने विशेष सत्र के आयोजन की कि घोसना
संसदीय कार्य मंत्री प्रल्हाद जोशी ने हाल ही में अपने एजेंडे का खुलासा किए बिना घोषणा की कि Parliament का विशेष सत्र 18 सितंबर से शुरू होगा और 22 सितंबर तक चलेगा। इसके तुरंत बाद अटकलें लगने लगीं कि सरकार ‘एक राष्ट्र, एक चुनाव’ की संभावना की जांच के लिए एक उच्च स्तरीय समिति का गठन कर रही है और यह मौजूदा भवन में Parliament का आखिरी सत्र हो सकता है।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, सत्र में पांच बैठकें होंगी और सदस्यों को नए प्रोविशनल कैलेंडर के बारे में अलग से सूचित किया जाएगा। इस बीच, इससे पहले आज पूर्व कांग्रेस प्रमुख सोनिया गांधी ने पीएम मोदी को पत्र लिखकर कहा कि एजेंडा का खुलासा किए बिना Parliament के विशेष सत्र की घोषणा की गई है।
सोनिया गाँधी ने PM Modi को क्यों लिखा पत्र
पीएम मोदी को लिखे गए सोनिया गांधी के पत्र में कहा गया है, “मुझे यह बताना चाहिए कि यह विशेष सत्र अन्य राजनीतिक दलों के साथ बिना किसी परामर्श के बुलाया गया है। हममें से किसी को भी इसके एजेंडे के बारे में कोई जानकारी नहीं है। हमें बस इतना बताया गया है कि सभी पांच दिन सरकारी कामकाज के लिए आवंटित कर दिए गए हैं।”
कथित तौर पर, सोनिया गांधी का पीएम मोदी को पत्र आधिकारिक जी20 शिखर सम्मेलन के निमंत्रण में “इंडिया” के बजाय “भारत” शब्द का इस्तेमाल होने के बाद आया था। ‘भारत’ शब्द ने देश के नाम बदलने की अटकलों को भी तेज कर दिया है। इस लेटर में गांधी ने प्रधानमंत्री से विशेष सत्र के दौरान केंद्र-राज्य संबंधों, सांप्रदायिकता और चीन के साथ सीमा संघर्ष के संबंध में चर्चा करने की भी अपील की। उन्होंने आगे कहा है की, “मुझे पूरी उम्मीद है कि रचनात्मक सहयोग की भावना से इन मुद्दों को आगामी विशेष सत्र में उठाया जाएगा।”
The Special Session of Parliament will start in the old building on 18th September and will be later moved to the new building on 19th September on the occasion of Ganesh Chaturthi: Sources pic.twitter.com/nMS1nr3WsB
— ANI (@ANI) September 6, 2023
मीडिया रिपोर्टों के अनुसार, सांसदों की ग्रुप फोटो के लिए की जा रही विशेष व्यवस्था ने भी आग में घी डालने का काम किया, हालांकि कुछ लोगों ने कहा है कि यह नए संसद भवन में संभावित बदलाव के कारण हो सकता है।
नए संसद भवन कबसे बननी हुई थी शुरू?
आपको बता दे की लोकसभा और राज्यसभा दोनों सदनों ने पांच अगस्त 2019 को सरकार से Parliament के नए भवन के निर्माण के लिए आग्रह किया था। जिसके बाद 10 दिसंबर 2020 को प्रधानमंत्री मोदी द्वारा Parliament के नए भवन का शिलान्यास किया था। जिस के बाद इसी साल देश का नया संसद भवन सभी नए टेक्नोलिगी से लैस होकर बनकर तैयार हुआ है। इससे पहले देश का वर्तमान संसद भवन साल 1927 में बनकर तैयार हुआ था,, जो अब लगभग 100 साल पुराना होने जा रहा है।