केंद्र सरकार के महत्वाकांक्षी Jal Jeevan Mission का लक्ष्य ग्रामीण इलाकों में हर घर को नल से शुद्ध पानी मुहैया कराना है। इस लक्ष्य की ओर तेजी से बढ़ते हुए, सरकार ने अब ग्रामीणों को न केवल साफ पानी प्राप्त करने का दावा किया है, बल्कि खराब गुणवत्ता वाले पानी की शिकायत करने की सुविधा भी दी है।
लोगों की उठ रही थी आवाज
भले ही Jal Jeevan Mission के तहत पाइपलाइन बिछाई जा रही हैं और घरों में नल लगाये जा रहे हैं, पर कई गांवों में पानी की गुणवत्ता को लेकर शिकायतें सामने आ रही थीं। गंदा, रंगीन या दूषित पानी मिलने से ग्रामीणों का स्वास्थ्य प्रभावित हो रहा था। ये शिकायतें मिशन की सफलता पर सवाल खड़े कर रही थीं।
ऐसे करें शिकायत
Jal Jeevan Mission के डैशबोर्ड पर सिटिजन कार्नर के रूप में यह सुविधा सभी को मिलने की शुरुआत हो गई है। इसका मतलब है कि अगर आपको लगता है कि आपके घर में आ रहे पेयजल की गुणवत्ता सही नहीं है तो आप इस कार्नर पर अपने विवरण के साथ शिकायत अपलोड कर सकते हैं। पहली जिम्मेदारी संबंधित निकाय अथवा जिले के जलापूर्ति विभाग की होगी कि वे एक समयसीमा के भीतर इसे दुरुस्त करें।
क्या कर रही है सरकार?
सरकार ने Jal Jeevan Mission के तहत पानी की गुणवत्ता सुनिश्चित करने के लिए कई कदम उठाए हैं। हर गांव में पानी की टेस्टिंग की जा रही है, जलाशयों की सफाई की जा रही है और पाइपलाइनों को बदला जा रहा है। साथ ही, ग्रामीणों को पानी की गुणवत्ता बनाए रखने के लिए जागरूक भी किया जा रहा है।
Jal Jeevan Mission का दावा
केंद्रीय जल शक्ति मंत्रालय का दावा है कि Jal Jeevan Mission के तहत दिसंबर 2023 तक देश के 8.7 करोड़ ग्रामीण घरों में नल से जल आपूर्ति की सुविधा शुरू हो चुकी है। मंत्रालय का यह भी दावा है कि पानी की गुणवत्ता सुनिश्चित करने के लिए नियमित जांच की जाती है।