PM Modi Pariksha Pe Charcha: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज सोमवार को 10वीं और 12वीं के छात्रों के साथ परीक्षा पे चर्चा कार्यक्रम में हिस्सा लिया। इस कार्यक्रम में देशभर के करीब 3000 छात्र शामिल हुए। प्रधानमंत्री मोदी ने छात्रों को परीक्षा की तैयारी के लिए कुछ महत्वपूर्ण टिप्स दीं।
PM Modi ने कहा कि छात्रों को परीक्षा की तैयारी के लिए एक निश्चित समय निर्धारित करना चाहिए और उस समय का सदुपयोग करना चाहिए। उन्होंने छात्रों को कहा कि उन्हें अपनी पढ़ाई के साथ-साथ व्यायाम और स्वस्थ आहार पर भी ध्यान देना चाहिए।
PM Modi ने बच्चों को रील्स पर समय ना बर्बाद करने की सलाह दी। उन्होंने कहा कि रील्स देखने से छात्रों का समय और ध्यान बंटता है, जिससे उनकी पढ़ाई प्रभावित होती है। उन्होंने कहा कि रील्स में दिखाए जाने वाले चीजें अक्सर वास्तविक नहीं होती हैं, इसलिए छात्रों को रील्स में दिखाए जाने वाले चीजों पर ध्यान नहीं देना चाहिए।
PM Modi ने कहा कि छात्रों को अपनी क्षमताओं पर भरोसा करना चाहिए और कड़ी मेहनत करनी चाहिए। PM Modi ने कहा कि सफलता के लिए कड़ी मेहनत और लगन जरूरी है।
PM Modi ने कहा कि जैसे मोबाइल को रिचार्ज करना पड़ता है, ठीक वैसे ही बॉडी को भी रिचार्ज करते रहना चाहिए। PM Modi ने कहा कि पढ़ने को बोलो तो सिर्फ पढ़ते ही रहना या खेल रहे हैं को खेलते ही रहना भी अच्छा नहीं है, लाइफ में बैलेंस यानि संतुलन जरूरी है।
रील्स देखने के नुकसान
समय की बर्बादी
रील्स देखने का सबसे आम नुकसान यह है कि यह समय की बर्बादी कर सकता है। रिल्स देखने में इतना मनोरंजक लगता है कि लोग घंटों तक रिल्स देखते रह सकते हैं। इससे उनकी पढ़ाई, काम या अन्य जिम्मेदारियों में बाधा आ सकती है।
ध्यान की कमी
रील्स देखने से ध्यान की कमी हो सकती है। रिल्स आमतौर पर बहुत आकर्षक होते हैं और लोगों का ध्यान अपनी ओर आकर्षित करते हैं। इससे लोगों का ध्यान अपनी पढ़ाई या काम पर केंद्रित करना मुश्किल हो सकता है।
मानसिक स्वास्थ्य पर प्रभाव
रील्स देखने से मानसिक स्वास्थ्य पर भी प्रभाव पड़ सकता है। रिल्स में अक्सर दिखाए जाने वाले चीजें वास्तविक नहीं होती हैं। इससे लोगों को खुद की तुलना दूसरों से करने लगती है और उन्हें असुरक्षित या असुरक्षा का अनुभव हो सकता है। इसके अलावा, रिल्स देखने से लोगों में अवसाद, चिंता और तनाव जैसी मानसिक समस्याएं भी बढ़ सकती हैं।
पर्सनल लाइफ भी इससे प्रभावित होती है। हर वक्त फोन में लगे रहने से आपकी दिनचर्या बिगड़ जाती है। इस आदत से आप सोशल लाइफ से एक प्रकार से कट जाते हैं और वर्चुअल जिंदगी को ही सच मान बैठते हैं।
रील्स देखने से छात्रों का समय और ध्यान बंटता है, जिससे उनकी पढ़ाई प्रभावित होती है। रील्स में दिखाए जाने वाले चीजें अक्सर वास्तविक नहीं होती हैं, इसलिए छात्रों को रील्स में दिखाए जाने वाले चीजों पर ध्यान नहीं देना चाहिए। रील्स देखने से छात्रों का मानसिक स्वास्थ्य भी प्रभावित हो सकता है। रील्स में दिखाए जाने वाले चीजें अक्सर छात्रों को असुरक्षित और असुरक्षा का अनुभव करा सकती हैं।