प्रधानमंत्री Narendra Modi ने भारत की 77वीं स्वतंत्रता दिवस (Independence Day) पर एक ऐतिहासिक भाषण दिया है, जो एक बड़ा रिकॉर्ड बनाता है। इस भाषण के दौरान, प्रधानमंत्री ने देशवासियों को संबोधित किया और विभिन्न महत्वपूर्ण मुद्दों पर अपने दृष्टिकोण को साझा किया।
प्रधानमंत्री का भाषण 90 मिनट तक चला, जिससे यह भारतीय स्वतंत्रता दिवस के भाषणों में सबसे लंबा भाषण बन गया है। इससे पहले, प्रधानमंत्री ने अपने भाषण में अद्वितीय विचारधारा को प्रस्तुत किया, जिसमें वे देश के विकास और सुरक्षा के मुद्दों पर बल दिए।
इससे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) ने साल 2016 में लाल किले की इसी प्राचीर से 96 मिनट का भाषण दिया था जो उनका स्वतंत्रता दिवस पर सबसे लंबा भाषण मन है। इसके साथ ही भारत में यह किसी प्रधानमंत्री द्वारा लाल किले से दिया गया सबसे लंबा भाषण भी है। इसके बाद पीएम मोदी ने साल 2019 में स्वतंत्रता दिवस पर 92 मिनट का भाषण दिया था। वही इस साल रिकॉर्ड को मेन्टेन रखते हुए प्रधान मंत्री ने 90 मिनट का भाषण दिया है।
विभिन्न दृष्टिकोण को किया प्रस्तुत
इस भाषण के दौरान, प्रधानमंत्री ने विभिन्न विषयों पर अपने दृष्टिकोण को प्रस्तुत किया, जिसमें विकास, शिक्षा, स्वास्थ्य, सुरक्षा और गरीबी मुक्ति जैसे महत्वपूर्ण मुद्दे शामिल थे। उन्होंने देशवासियों से युवाओं को आत्मनिर्भर बनने की प्रेरणा दी और देश के समृद्धि और समृद्धि की दिशा में उनकी भूमिका को महत्वपूर्ण बताया।
प्रधानमंत्री के भाषण के माध्यम से, उन्होंने देश के नागरिकों से साथ मिलकर भारत को एक मजबूत, विकसित और आत्मनिर्भर राष्ट्र बनाने की दिशा में कठिनाइयों का सामना करने की आवश्यकता को बताया।
प्रधानमंत्री के भाषण की महत्वपूर्ण बातें में यह भी शामिल था कि भारत के स्वतंत्रता संग्राम के महान महापुरुषों की स्मृतियों को जीवंत रखने की आवश्यकता है और हमें उनके संदेशों को अपने जीवन में अमल में लाने का संकल्प लेना चाहिए। प्रधानमंत्री ने इस भाषण में देश के सशक्त और आत्मनिर्भर बनने के मार्ग को प्रस्तुत किया और देश की समृद्धि और सुरक्षा के माध्यम से विश्व में भारत की महत्वपूर्ण भूमिका को मजबूत करने की आवश्यकता को बताया।
प्रधानमंत्री का देश की जनता के लिए बड़ा ऐलान
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश के लोगों के लिए एक महत्वपूर्ण ऐलान किया है, जिससे अब सस्ती दवाइयाँ (Medicine) खरीदना होगा और भी आसान हो जाएगा। इस ऐलान के माध्यम से, उन्होंने दवाइयों की मूल्यों को कम करने का संकल्प लिया है और लोगों को स्वस्थ जीवन जीने में मदद करने का प्रयास किया है।
इस बड़े ऐलान के माध्यम से, प्रधानमंत्री ने बताया कि सरकार द्वारा दिव्यांग और गरीब लोगों के लिए दवाइयों की कीमतों को कम करने की पहल की जाएगी। उन्होंने कहा कि दवाइयों के मूल्यों को कम करने के लिए सरकार अलग-अलग योजनाएँ और उपायों की जांच कर रही है।
प्रधानमंत्री के इस ऐलान के साथ ही, उन्होंने दवाइयों के बाजार में मूल्य नियंत्रण के लिए कई महत्वपूर्ण कदम उठाने का भी आश्वासन दिया है। इसके तहत, सरकार द्वारा नियंत्रित किए जाने वाले उपायों का उल्लेख करते हुए उन्होंने बताया कि दवाइयों के निर्माण और सप्लाई के लिए विभिन्न प्राथमिकताएं स्थापित की जाएंगी।
इस ऐलान के माध्यम से, प्रधानमंत्री ने दिखाया है कि सरकार का सर्वोत्तम मनोबल है और वे देश के लोगों के स्वास्थ्य और विकास की प्राथमिकताओं के प्रति अपनी पूरी तरह से प्रतिबद्धता के साथ काम कर रहे हैं।
इस ऐलान के परिणामस्वरूप, देश के लोग अब अधिक सस्ती दवाइयों का लाभ उठा सकते हैं, जो उनके स्वास्थ्य को बेहतर बनाने में मदद करेंगी। यह स्वास्थ्य सेवाओं का स्तर भी बढ़ाएगा और विभाग की योजनाओं को देश के गरीब और दिव्यांग लोगों के लिए अधिक पहुंचने में मदद करेगा। प्रधानमंत्री के इस अहम ऐलान के साथ ही, सरकार ने दवाइयों की मूल्यों के संबंध में लोगों के मानसिकता में भी सकारात्मक परिवर्तन को प्रोत्साहित किया है।