Ram Mandir Ayodhya: 26 जनवरी से पहले तीर्थयात्रियों को अयोध्या के मंदिर में भगवान राम की बाल रूप वाली मूर्ति के दर्शन के लिए खोल दिया जायेगा। अयोध्या में Ram Mandir निर्माण समिति के अध्यक्ष नृपेंद्र मिश्रा ने बुधवार को कहा कि अयोध्या में राम मंदिर को अगले साल 26 जनवरी से पहले भक्तों के लिए खोल दिया जाएगा। भव्य मंदिर के निर्माण का पहला चरण इस साल दिसंबर तक पूरा हो जाएगा।
अध्यक्ष नृपेंद्र मिश्रा ने दी जानकारी
मिश्रा ने कहा कि मंदिर का काम तेजी से चल रहा है और पहला चरण दिसंबर 2023 तक पूरा हो जाएगा। उन्होंने कहा कि पहले चरण में मंदिर का भूतल पूरा होगा, जिसमें गर्भगृह और अन्य पांच मंडप हैं।
मिश्रा ने कहा कि मंदिर के भूतल में भगवान राम के बाल रूप की मूर्ति स्थापित की जाएगी और भक्त 26 जनवरी से पहले निश्चित रूप से भगवान राम के दर्शन कर सकेंगे। उन्होंने कहा कि मंदिर का दूसरा चरण दिसंबर 2025 तक पूरा हो जाएगा। उन्होंने कहा कि दूसरे चरण में मंदिर के ऊपरी मंजिलों का निर्माण किया जाएगा। मिश्रा ने कहा कि मंदिर का निर्माण पूरा होने के बाद यह दुनिया के सबसे बड़े और भव्य मंदिरों में से एक होगा। उन्होंने कहा कि मंदिर में प्रतिदिन लाखों भक्त भगवान राम के दर्शन करने आएंगे।
Ram Mandir के खुलने के फिक्स्ड डेट के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा, मैं आपको सटीक तारीख नहीं बता पाऊंगा क्योंकि यह प्राण प्रतिष्ठा के आखिरी दिन पीएम की भागीदारी के लिए प्रधान मंत्री कार्यालय द्वारा घोषित तारीख पर निर्भर करेगा, जो अभी तक तय नहीं हुआ है। प्रधानमंत्री कार्यालय से तारीख नहीं आई है और हमें इस मामले में प्रधानमंत्री कार्यालय के फैसले का सम्मान करना होगा
Ram Mandir के निर्माण का महत्व
Ram Mandir का निर्माण हिंदू धर्म के लिए बहुत महत्वपूर्ण है। हिंदुओं का मानना है कि अयोध्या में ही भगवान राम का जन्म हुआ था। राम मंदिर का निर्माण 1992 में शुरू हुआ था, जब कारसेवकों ने बाबरी मस्जिद को गिरा दिया था। बाबरी मस्जिद के स्थान पर राम मंदिर बनाने को लेकर हिंदू और मुसलमानों के बीच कई सालों तक विवाद चला।
2019 में सुप्रीम कोर्ट ने फैसला दिया कि अयोध्या में राम मंदिर बनाया जाएगा और मुसलमानों को मस्जिद बनाने के लिए एक वैकल्पिक जगह दी जाएगी। राम मंदिर के निर्माण का भारत की राजनीति में भी बहुत महत्व है। राम मंदिर का निर्माण भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) का एक प्रमुख चुनावी वादा था। भाजपा को 2019 के आम चुनाव में जीत मिलने का एक प्रमुख कारण राम मंदिर का निर्माण था।
2020 में रखी गई थी आधारशिला
2019 में अयोध्या विवाद पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद भव्य Ram Mandir के निर्माण का आदेश दिया गया था। सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद, केंद्र ने अयोध्या में भव्य Ram Mandir के निर्माण के संबंध में सभी निर्णय लेने के लिए श्री राम जन्म भूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट की स्थापना की थी। इसी ट्रस्ट की देखरेख में मंदिर का निर्माण कार्य निरंतर गति से चल रहा है। इसके निर्माण कार्य को शुरू करने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 5 अगस्त, 2020 को राम मंदिर निर्माण की आधारशिला रखी थी।