Indian Railways को देश में सबसे सस्ता परिवहन माना जाता है। ऐसे में देश के अधिकतर लोग इसे अपनी यात्रा के लिए पहला ऑप्शन के रूप में चुनते है। भारत जैसे देश में जहां ज्यादातर लोग मिडिल क्लास से बिलॉन्ग करते हैं ट्रेन के बिना लंबी दूरी की यात्रा की कल्पना तक नहीं की जा सकती है।
लोग ट्रेन की सफर को अपना पहला ऑप्शन इसलिए चुनते हैं क्योंकि, अगर वह बस से यात्रा करेंगे तो उन्हें समय के साथ-साथ किराया भी ज्यादा देना पड़ेगा। वहीं प्लेन से ट्रेवल करना हर एक नागरिक के बस की बात नहीं है। रेलवे को देश में लोगों द्वारा कम किराये की वजह से पसंद किया जाता है।
ट्रेन में रोज़ बड़ी संख्या में देश की आबादी सफर करती है, लेकिन फिर भी रेलवे का किराया बाकी यातायात से कम होता है। रेलवे का किराया बस की तुलना में काफी कम होता है। लेकिन क्यों ट्रेन के टिकटों पर देश में लोगों को इतनी बड़ी राहत मिलती है। इसका जबाब देश के अधिकतर लोगों को नहीं पता होगा। आइये जानिए इसके पीछे की बड़ी वजह।
टिकट पर 43 फीसदी तक यात्रियों को मिलता है सब्सिडी
आपको बता दें किIndian Railways यात्रियों के सफर पर होने वाले खर्च का एक बड़ा हिस्सा खुद उठाता है। रेलवे टिकट बुक करने पर यात्रियों को 43 फीसदी तक सब्सिडी देता है। इसे जब आप ऑनलाइन टिकट बुक करेंगे तो देखेंगे की टिकट पर यह लिखा होता है, लेकिन ज्यादातर लोगों का इसपर ध्यान नहीं होता है। बता दें कि इस ट्रेन टिकट लिखा होता है की IR recovers only 57% of cost on an average, यानी रेलवे यात्रियों की यात्रा पर आए खर्चे का सिर्फ 57% पैसे ही वसूलता है।
कहा से Indian Railways की होती है कमाई?
लेकिन फीर सवाल आता है की रेलवे की कमाई कहा से होती है। तो Indian Railways के कमाई का सबसे बड़ा जरिया यात्रियों का किराया नहीं बल्कि माल गाड़ी से मिलने वाला किराया है। वित्त वर्ष 2022-23 की रिपोर्ट को देखे तो इसमें Indian Railways ने 2.40 लाख करोड़ का रिकॉर्ड रेवेन्यू दर्ज किया, जो पिछले वित्तीय वर्ष की तुलना 49,000 करोड़ ज्यादा है। और इसमें से Indian Railways ने 1.62 लाख करोड़ रुपये की कमाई माल ढुलाई से की थी।