भारत के सर्वोच्च नागरिक सम्मानों में से एक, Padma Award को लेकर हाल ही में कुछ विवाद सामने आए हैं। कुछ हस्तियों द्वारा सम्मान लौटाने की घोषणा ने एक बार फिर इस सम्मान के नियम-कायदों और अधिकारों पर चर्चा छेड़ दी है। इस लेख में हम इन महत्वपूर्ण बातों पर विस्तार से चर्चा करेंगे, ताकि भ्रम दूर हो और सम्मान की गरिमा बनी रहे।
पद्म पुरस्कार: सम्मान की परंपरा
Padma Award की शुरुआत सन् 1954 में हुई थी। ये पुरस्कार कला, साहित्य, विज्ञान और चिकित्सा, सामाजिक कार्यों, उद्योग और व्यापार, खेल-कूद, सिविल सेवा आदि विभिन्न क्षेत्रों में उत्कृष्ट योगदान देने वाले व्यक्तियों को दिए जाते हैं। इन पुरस्कारों में पद्म भूषण, पद्म श्री और पद्म विभूषण शामिल हैं, जिनमें से पद्म विभूषण सर्वोच्च सम्मान है।
सम्मान स्वीकार करना एक दायित्व
Padma Award स्वीकार करना न केवल सम्मान की बात है, बल्कि सामाजिक दायित्व भी है। सम्मानित व्यक्ति से यह अपेक्षा की जाती है कि वह अपने क्षेत्र में और आगे योगदान दे, आदर्श प्रस्तुत करे और समाज को प्रेरित करे। सम्मान लौटाने का प्रावधान नहीं है।
विवाद और गलतफहमी
हाल ही में कुछ हस्तियों द्वारा सम्मान लौटाने की घोषणा की गई है। उनके तर्क भिन्न हो सकते हैं, लेकिन यह स्पष्ट है कि Padma Award लौटाने का कोई कानूनी या औपचारिक प्रावधान नहीं है। सरकार यह स्पष्ट कर चुकी है कि सम्मान स्वीकार करना स्वेच्छा का विषय है, लेकिन एक बार स्वीकार करने के बाद इसे लौटाया नहीं जा सकता।
बनाए रखें परंपरा
सम्मान के बारे में कोई भी प्रतिक्रिया व्यक्त करने से पहले सम्मान से जुड़े नियम-कायदों को गहराई से समझना आवश्यक है। बयानबाजी और विवाद से बचने की जरूरत है। Padma Award भारतीय लोकतंत्र की गरिमा का प्रतीक हैं। इन सम्मानों के प्रति अनादरपूर्ण रवैया या गलतफहमी देश की गौरवमयी परंपरा का अनादर है।
क्या किसी को पद्म पुरस्कार लौटाने का अधिकार है?
कानूनी तौर पर, किसी को पद्म पुरस्कार लौटाने का कोई बाध्यकारी अधिकार नहीं है। भारत सरकार द्वारा जारी किए गए Padma Award नियमों में इस बारे में कोई स्पष्ट प्रावधान नहीं है। हालांकि, सरकार ने ऐसे मामलों में पुरस्कार वापस लेने का अधिकार सुरक्षित रखा है।
पुरस्कार लौटाने का प्रक्रिया क्या है?
यदि कोई व्यक्ति Padma Award लौटाना चाहता है, तो उसे लिखित में सरकार को सूचित करना होगा। सरकार को सूचना देने के बाद, पुरस्कार वापसी प्रक्रिया शुरू हो जाती है। सरकार द्वारा पुरस्कार वापसी के फैसले के खिलाफ कोई अपील नहीं की जा सकती है।