Sukanya Samriddhi Yojana: सरकार ने बेटियों की शिक्षा और भविष्य को उज्ज्वल बनाने की दिशा में एक और बड़ा कदम उठाया है। भारत सरकार ने लोकप्रिय Sukanya Samriddhi Yojana (SSY) पर ब्याज दरों में वृद्धि की घोषणा की है।
अब जन्म से 10 साल तक की बेटियों के नाम खोले गए खातों पर 8.2% सालाना ब्याज दिया जाएगा, जो पहले 8% था। इसके अलावा, तीन साल की सावधि जमा (Term Deposit) पर भी ब्याज दरों में 10 आधार अंकों की बढ़ोतरी कर 7.1% कर दी गई है। आइए, इस ब्याज दर बढ़ोतरी के मायनों और बेटियों के भविष्य के लिए इसके महत्व को समझें।
क्या है Sukanya Samriddhi Yojana?
Sukanya Samriddhi Yojana एक सरकारी योजना है, जिसका उद्देश्य बेटियों की शिक्षा और विवाह के लिए वित्तीय सुरक्षा प्रदान करना है। इस योजना के तहत जन्म से 10 साल तक की बेटियों के नाम माता-पिता खाता खोल सकते हैं और न्यूनतम 250 रुपये से लेकर अधिकतम 1.5 लाख रुपये तक सालाना जमा कर सकते हैं। खाता खोलने से 21 साल पूरे होने पर या बेटी के 18 साल पूरे होने के बाद विवाह पर यह खाता परिपक्व हो जाता है और जमा राशि और ब्याज मिल जाता है।
ब्याज दर बढ़ोतरी का क्या होगा फायदा?
Sukanya Samriddhi Yojana की ब्याज दर में 0.2 फीसदी की वृद्धि भले ही कम लगती हो, लेकिन लंबे समय में बेटियों के खाते में एक अच्छी खासी रकम जमा हो सकती है। उदाहरण के लिए, अगर कोई माता-पिता न्यूनतम 250 रुपये प्रति माह जमा करते हैं और इस राशि को बेटी के 21 साल तक लगातार जमा करते रहते हैं, तो जमा राशि लगभग 63,000 रुपये होगी।
8% ब्याज दर के साथ परिपक्वता पर यह राशि लगभग 1,06,000 रुपये हो जाएगी। लेकिन अब नई, 8.2% ब्याज दर के साथ परिपक्वता राशि बढ़कर लगभग 1,10,000 रुपये हो जाएगी। मतलब, सिर्फ ब्याज दर में 0.2 फीसदी की वृद्धि से परिपक्वता राशि में लगभग 4,000 रुपये का अतिरिक्त फायदा होगा। यह राशि भले ही बड़ी न लगे, लेकिन बेटियों की शिक्षा या विवाह के लिए यह काफी सहायक साबित हो सकती है।
सरकार का बेटियों के प्रति संकल्प
यह ब्याज दर बढ़ोतरी सरकार के बेटियों के प्रति संकल्प को दर्शाती है। केंद्र सरकार बालिका शिक्षा और विकास को प्राथमिकता दे रही है। बेटियों की सामाजिक सुरक्षा और आर्थिक स्वतंत्रता बढ़ाने के लिए सरकार द्वारा लगातार प्रयास किए जा रहे हैं। Sukanya Samriddhi Yojana के अलावा, सरकार ने बेटियों की शिक्षा के लिए कन्या सुमंगल योजना और बेटियों को पोषणयुक्त आहार देने के लिए बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ अभियान जैसे कई महत्वपूर्ण कार्यक्रम भी चलाए हैं।
जमा राशि की भी सीमा बढ़ी
सरकार ने न सिर्फ ब्याज दरें बढ़ाई हैं, बल्कि जमा राशि की सीमा भी बढ़ा दी है। अब एक वित्तीय वर्ष में अधिकतम 1.5 लाख रुपये तक जमा किया जा सकता है, जो पहले 1.25 लाख रुपये था। इससे माता-पिता अपनी बेटियों के लिए और ज्यादा जमा कर सकेंगे।
नए साल में खाता खोलना हुआ आसान
नए साल में सुकन्या समृद्धि योजना का खाता खोलना भी और आसान हो जाएगा। सरकार ने इस योजना को पोस्ट ऑफिस के अलावा अब बैंकों में भी खोलने की अनुमति दे दी है। इससे लोगों को खाता खोलने में होने वाली परेशानियों से निजात मिलेगी।