Supertech Owner Arrested: केंद्रीय जांच एजेंसी ईडी ने रियल एस्टेट डेवलपर सुपरटेक के चेयरमैन आरके अरोड़ा को मनी लॉन्ड्रिंग के आरोप में मंगलवार 27 जून को गिरफ्तार कर लिया है। यह गिरफ्तारी पीएमएलए के तहत की गई है। जानकारी के अनुसार बुधवार को ईडी आरके अरोड़ा को अदालत में पेश कर पूछताछ के लिए रिमांड पर ले सकती है।
आपको बता दें कि सुपरटेक ग्रुप के दिल्ली एनसीआर में करीब 18 प्रोजेक्ट में 20 हजार फ्लैट बायर्स है। जिसके लिए आईआरपी (IRP) की निगरानी में सुपरटेक इन 18 प्रोजेक्ट्स में काम कर रहा है। हाल ही में सुप्रीम कोर्ट ने इन प्रोजेक्ट्स पर काम करने के लिए प्राइवेट फाइनेंस कंपनी से लोन लेने की अनुमति दी थी। इन प्रोजेक्ट को पूरा करने में करीब कंपनी को 3000 हजार करोड़ रुपए की आवश्यकता है। इस मामले में एक बयान जारी कर ईडी ने कहा था कि कंपनी और उसके निर्देशक लोगों से फ्लैटों को बुक करवाने के नाम पर करोड़ों रुपए लिए थे लेकिन इसके बाद खरीदारों को समय पर पजेशन देने में विफल रहे। जिसके कारण कंपनी ने इन ग्राहकों को अंधेरे में रख धोखा दिया।
ये आरोप लगे है सुपरटेक पर
दिल्ली, नोएडा, उत्तराखंड सहित अन्य राज्यों में आरके अरोड़ा के खिलाफ अपराधिक साजिश, षड्यंत्र और धोखाधड़ी के कई मामले दर्ज हैं। हाल ही में इंडियाबुल्स फाइनेंस कंपनी के अधिकारी ने सुपरटेक बिल्डर के प्रमोटर आरके अरोड़ा, MD मोहित अरोड़ा समेत 34 लोगों के खिलाफ नामजद मुकदमा दर्ज कराया था। इस मामले में आरोप है कि सुपरटेक ने गिरवी रखी संपत्ति को धोखाधड़ी कर बेच दिया, जिससे इंडियाबुल्स कंपनी को 425 करोड़ रुपये से अधिक का नुकसान हुआ। वहीं सेक्टर-126 थाने इंडियाबुल्स फाइनेंस कंपनी की अधिकारी सुनीला सांगवान ने मुकदमा दर्ज कर आरोप लगाया है कि सुपरटेक ने सेक्टर-94 में स्थित सुपरनोवा बिल्डिंग के एस्टेलर टावर में 7,07,4393 स्कवायर फीट एरिया की 1293 यूनिट उनके यहां पर गिरवी रख कर लोन लिया। और फिर बाद में सभी यूनिट्स को धोखाधड़ी कर बेच दिया। इन्हीं आरोपों के साथ आरके अरोड़ा के खिलाफ धारा 409, 420, 467, 468, 471, 120बी के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है।