Diabetes in Children: बच्चों की मासूम मुस्कान हर पल खुशियां बिखेरती है, लेकिन कभी-कभी अनदेखी बीमारियां इन पलों को उदास कर सकती हैं। Diabetes ऐसी ही एक गंभीर बीमारी है, जो किसी भी उम्र में हो सकती है, बच्चों को भी अपना शिकार बना लेती है। इसलिए जरूरी है कि माता-पिता सतर्क रहें और शुरुआती संकेतों को पहचानकर तुरंत कार्रवाई करें।
Diabetes को अक्सर वयस्कों की बीमारी माना जाता है, लेकिन यह सच्चाई नहीं है। दुर्भाग्य से, यह गंभीर स्वास्थ्य समस्या बच्चों को भी प्रभावित कर सकती है। डायबिटीज के दो मुख्य प्रकार हैं – टाइप 1 और टाइप 2। टाइप 1 डायबिटीज एक ऑटोइम्यून बीमारी है, जिसमें शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली इंसुलिन उत्पादन करने वाली कोशिकाओं को नष्ट कर देती है।
वहीं, टाइप 2 डायबिटीज तब होता है जब शरीर इंसुलिन का सही उपयोग नहीं कर पाता है। विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार, दुनिया भर में 14 से कम उम्र के लाखों बच्चे Diabetes से ग्रस्त हैं। भारत में भी यह समस्या बढ़ रही है, जिस पर तत्काल ध्यान देना जरूरी है।
बच्चों में डायबिटीज: एक गंभीर चिंता
Diabetes तब होता है जब शरीर पर्याप्त मात्रा में इंसुलिन का उत्पादन नहीं करता या उसका ठीक से इस्तेमाल नहीं कर पाता। यह दो मुख्य प्रकारों में पाया जाता है – टाइप 1 और टाइप 2। टाइप 1 Diabetes एक ऑटोइम्यून बीमारी है, जिसमें शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली इंसुलिन बनाने वाली कोशिकाओं को नष्ट कर देती है। टाइप 2 Diabetes में शरीर इंसुलिन का सही उपयोग नहीं कर पाता।
चुपके से आता है, इन लक्षणों को न करें नजरअंदाज:
- अत्यधिक प्यास: क्या आपका बच्चा अचानक बहुत ज्यादा पानी पीने लगा है? पहले से ज्यादा बार पानी मांगता है? यह शुरुआती संकेतों में से एक है।
- बार-बार पेशाब जाना: दिन में कई बार, खासकर रात में बार-बार पेशाब आना Diabetes का संकेत हो सकता है।
- वजन में कमी: भूख बढ़ने के बावजूद बच्चे का वजन कम होना चिंताजनक है। डायबिटीज में शरीर ऊर्जा के लिए मांसपेशियों और वसा का इस्तेमाल करने लगता है, जिससे वजन कम होता है।
- थकान और कमजोरी: बिना किसी खास कारण के बच्चे का अत्यधिक थका हुआ या कमजोर महसूस करना भी डायबिटीज का एक संकेत हो सकता है।
- धुंधली दृष्टि: क्या बच्चे को चीजें साफ नहीं दिख रही हैं? डायबिटीज में रक्त शर्करा के उच्च स्तर से आंखों को नुकसान पहुंच सकता है।
- धीमी गति से घाव भरना: छोटे-मोटे घाव भी देर से भर रहे हैं, तो इसे हल्के में न लें।
- बार-बार संक्रमण: मूत्र मार्ग संक्रमण, खमीर संक्रमण या त्वचा संक्रमण बार-बार हो रहे हैं, तो सतर्क हो जाएं।
जल्दी पहचान, बेहतर निदान और उपचार
इन लक्षणों में से कोई भी दिखे, तो घबराएं नहीं। तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें। प्रारंभिक निदान और सही उपचार से डायबिटीज को नियंत्रित किया जा सकता है और जटिलताओं को रोका जा सकता है।