हम अक्सर सड़कों के किनारे या घरों में Sadabahar का पौधा देखा होगा। इसके छोटे-छोटे गुलाबी और सफेद फूल भले ही खुशबू से महकते न हों, लेकिन इनमें सेहत का खज़ाना छिपा है। सदियों से आयुर्वेद में इस्तेमाल किया जाने वाला सदाबहार सिर्फ सजावट का सामान ही नहीं, बल्कि कई बीमारियों से लड़ने में भी मददगार है।
आज हम आपको बताएंगे Sadabahar के फूलों के कुछ खास फायदों के बारे में, खासकर डायबिटीज़ से जूझ रहे लोगों के लिए। खासकर, डायबिटीज़ से परेशान लोगों के लिए सदाबहार किसी वरदान से कम नहीं है। आइए जानते हैं सदाबहार के कुछ अनोखे फायदे और इसे इस्तेमाल करने के तरीके।
डायबिटीज़ से लड़ता है सदाबहार
डायबिटीज़ से जूझ रहे लोगों के लिए ब्लड शुगर लेवल को नियंत्रित रखना बेहद जरूरी होता है। Sadabahar के फूल और पत्तियां इस काम में बेहद मददगार साबित हो सकते हैं। अध्ययनों से पता चलता है कि इनमें मौजूद तत्व शरीर में इंसुलिन के उत्पादन को बढ़ाते हैं और कोशिकाओं को ग्लूकोज़ को अवशोषित करने में मदद करते हैं, जिससे ब्लड शुगर लेवल कम हो जाता है।
न सिर्फ डायबिटीज़, अन्य समस्याओं में भी लाभदायक
रक्तचाप को कम करता है: Sadabahar रक्त वाहिकाओं को आराम देता है और रक्तचाप को कम करने में मदद करता है।
कैंसर से लड़ता है: सदाबहार में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट कैंसर कोशिकाओं के विकास को रोकने में मदद करते हैं।
पाचन क्रिया को सुधारता है: सदाबहार में मौजूद फाइबर पाचन क्रिया को सुचारू रूप से चलाने में मदद करता है।
त्वचा के लिए लाभकारी: सदाबहार के फूलों का लेप त्वचा पर लगाने से मुंहासे, घाव और जलन से राहत मिलती है।
बालों के लिए लाभकारी: Sadabahar के फूलों का रस बालों को मजबूत बनाने और बालों के झड़ने को रोकने में मदद करता है।
कैसे करें इस्तेमाल?
आप Sadabahar के फूलों को सुखाकर पाउडर बना सकते हैं और दिन में दो बार एक चम्मच गुनगुने पानी के साथ ले सकते हैं।
आप सदाबहार के फूलों का काढ़ा भी बना सकते हैं। इसके लिए, एक पैन में पानी उबालें और उसमें मुट्ठी भर Sadabahar के फूल डाल दें। पांच मिनट तक उबालने के बाद छानकर पिएं।