Purnia News: पूर्णिया में एक नवजात बच्चे के साथ ऐसा मामला सामने आया है जिसने हर किसी को झकझोर कर रख लिया है. 1 महीने की नवजात को झाड़ियां में पाया गया. बच्चे को प्लास्टिक में लपेटकर झाड़ियां में छोड़ दिया गया था, जिसके शरीर पर कई ताजा जख्म के निशान मिले. जब वहां पास से एक महिला गुजर रही थी तो उसे आभास हुआ कि यहां पर किसी बच्चे की आवाज आ रही है जिसके बाद उस महिला ने नवजात को जीएमसीएच पूर्णिया में एडमिट कराया. फिलहाल उस बच्ची की हालत में काफी सुधार है. जैसे ही बच्ची ठीक हो जाती है उसके बाद दत्तक ग्रहण संस्थान उस बच्ची की देखभाल करेगा.
ये है पूरा मामला
जैसे ही उस महिला को नवजात बच्चा मिला, उसने तुरंत 112 नंबर पर डायल करते हुए पुलिस को इस बात की जानकारी दे दी. इसके बाद कॉल कर चाइल्ड लाइन की टीम को मामले की जानकारी दी गई. फिलहाल मौके पर पहुंची चाइल्ड लाइन की टीम ने बच्चों की तत्कालीन जिम्मेदारी ली है. मुफस्सिल थाना अध्यक्ष बृजेश कुमार ने बताया कि बच्ची किसकी है और किसने नवजात को झाड़ियां में लाकर छोड़ा, इसका पता नहीं चल पाया है. फिलहाल आसपास के सीसीटीवी फुटेज की जांच की जा रही है.
शरीर पर मिले कई चोट के निशान
आपको बता दे कि जब से यह मामला सामने आया था, आसपास के लोगों से भी पूछताछ की गई लेकिन कोई जरूरी जानकारी सामने नहीं आई है. नवजात को लेकर स्थानीय महिला बिलोरी निवासी सुबोध जयसवाल की पत्नी रीता जयसवाल ने बताया कि दुकान से राशन लाने जा रही थी, तभी उसे कुछ लोगों की भीड़ दिखी. इसके बाद उनकी नजर झाड़ियां में फेंकी गई नवजात बच्ची पर पड़ी जो लगभग 1 महीने की थी और कुछ मामूली निशान थे जिसके बाद उन्होंने उसे गोद में उठाकर जीएमसीएच पूर्णिया में पहुंचाया.