Purnia News: पूर्णिया में एक ग्रुप लोन के पैसे को लेकर पति-पत्नी में विवाद हुआ जिस वजह से यह विवाद इतना बढ़ गया कि पति ने फांसी लगा लिया. यह पूरा मामला मरंगा थाना क्षेत्र के हरदा के बादलपुर गांव का है जहां स्वर्गीय राम महाल्दार के बेटे दिलीप मालदार के रूप में फंदे से झूलने वाले शख्स की पहचान हुई है. दरअसल पीड़ित पति ने अपने पत्नी के नाम एक साल पहले ग्रुप लोन उठाया था, जिसकी राशि ₹80000 थी. इसी बात को लेकर दोनों में बहस हो गई.
लोन चुकाने का था दबाव
सुसाइड अटेम्प्ट के बाद फंदे से झूलने वाले शख्स की हालत बेहद ही नाजुक है जो अभी जीएमसीएच पूर्णिया में भर्ती है. बताया जा रहा है कि दोनों पति-पत्नी के ऊपर लोन चुकाने का दबाव था जिस वजह से अक्सर बहस हो जाती थी. पत्नी छेदनी देवी ने बताया कि उसका पति मजदूरी करता है, लेकिन कुछ महीनो से वह सारा काम छोड़कर घर पर बैठा है और करीब एक साल पहले उसने 80 हजार रुपए का ग्रुप लोन उठाया था. आधे से ज्यादा पैसे दिए जा चुके हैं लेकिन 20 किस्त बाकी है. दोनों लोग प्रति माह ₹2000 भुगतान करते थे लेकिन पति के काम छोड़ने पर घर की स्थिति खराब हो गई थी जिस वजह से लोन चुकाने में मुश्किल आ रही थी.
बेहद नाजुक है हालत
ग्रुप लोन भरने के दबाव पर चर्चा करते हुए पत्नी ने अपने पति को घर बैठने के बजाए बाहर काम ढूंढने की सलाह दी. इसके बाद वह अपने रिश्तेदार से ग्रुप लोन की राशी मांगने चली गई. जब वापस घर लौटी है तो देखा कि कमरे का दरवाजा बंद है और पति ने अंदर खुद को बंद कर रखा है. खिड़की से झांकने पर पता चला कि पति ने फांसी लगा लिया है. इसके बाद उन्होंने शोर मचाया. बाद में दरवाजा तोड़कर गले की गांठ खोली गई जहां अभी हालत बेहद ही नाजुक है.