किसी भी महिला को गर्भावस्था में बेहद ही खास तौर से देख रेख की जरूरत होती है, लेकिन पूर्णिया (Purnia) में एक ऐसा मामला सामने आया है जिसने हर किसी के रोंगटे खड़े कर दिए हैं, जिस गर्भवती को ध्यान से और पूरी देख रेख के साथ ससुराल वालों को रखना चाहिए था, उन्ही ससुराल वालों ने इस गर्भवती महिला के साथ बर्बरता की. सबसे चौंकाने वाली बात तो यह है कि 6 महीने पहले ही पीड़िता की शादी हुई और उसके बाद से ही लगातार पति उसके साथ मारपीट करता था. यह पूरा मामला दहेज से जुड़ा हुआ है जिसमें पति के साथ-साथ पीड़िता ने अपने सास- ससुर को भी दोषी ठहराया है.
ये है पूरा मामला
यह पूरा मामला मरंगा थाना के सतकोदरिया गांव निवासी मोहम्मद इदरीश की बेटी शहजादी खातून का है. पीड़ित परिवार द्वारा बताया गया है कि 6 महीने पहले विनोबा ग्राम जेसीबी नहर निवासी शमीम अंसारी के बेटे सोनू अंसारी से उन्होंने अपनी बेटी की शादी कराई. मुखिया सरपंच के सामने ₹200000 भी दिए. शादी के 1 महीने बाद ही परिवार वालों की तरफ से बुलेट गाड़ी की मांग की जाने लगी. जब लड़की वालों ने ऐसा नहीं किया तो फिर उनकी बेटी पर जुल्म किए जाने लगे और उनके घर वालों से उनकी बेटी की बात नहीं कराई जाती थी और सारे नंबर ब्लॉक कर दिए गए.
शरीर पर दिखे कई चोट के निशान
पीड़ित महिला ने अपने शरीर पर कई गंभीर चोट के निशान भी दिखाए हैं. परिवार वालों की बरबर्ता यहीं पर खत्म नहीं हुई. दो-तीन दिन तक गर्भवती महिला को खाना तक नहीं दिया गया, जिस वजह से वह बेहोश हो गई. इसके बाद सोनू अंसारी ने अपनी पत्नी को सतकोदरिया गांव के एक पेड़ के पास छोड़ दिया. जब सुबह में गाय और बकरी खोलने के लिए लोग बाहर निकले तो महिला बेहोशी की हालत में पड़ी हुई थी, जिसे पूर्णिया (Purnia) जीएमसीएच के महिला इमरजेंसी वार्ड में भर्ती कराया गया. फिलहाल महिला की स्थिति काफी गंभीर है. थाना अध्यक्ष मिथिलेश कुमार को घटना की जानकारी मिल चुकी है, जहां आवेदन मिलने पर जल्दी कार्रवाई की जाएगी.