बिहार के पूर्णिया स्थित SNSY College में छात्रों ने अवैध फीस वसूली के खिलाफ जमकर प्रदर्शन किया। छात्रों का आरोप है कि कॉलेज प्रबंधन द्वारा उनसे मनमानी फीस ली जा रही है जो निर्धारित शुल्क से कहीं अधिक है। प्रदर्शनकारी छात्रों ने कॉलेज गेट पर जमा होकर नारेबाजी की और कॉलेज प्रबंधन के खिलाफ जमकर प्रदर्शन किया।
छात्रों की मांगें
छात्रों का कहना है कि SNSY College प्रबंधन द्वारा उनसे अतिरिक्त शुल्क वसूला जा रहा है, जो विश्वविद्यालय द्वारा निर्धारित शुल्क से अधिक है। छात्रों का कहना है कि यह अतिरिक्त शुल्क अनुचित है और उन्हें तत्काल बंद किया जाना चाहिए। इसके अलावा, छात्रों ने कॉलेज में बुनियादी सुविधाओं की कमी की ओर भी ध्यान दिलाया। उन्होंने कहा कि कॉलेज में कक्षाओं की कमी है, पुस्तकालय में पर्याप्त पुस्तकें नहीं हैं और प्रयोगशालाएं भी खराब स्थिति में हैं। छात्रों ने कॉलेज प्रबंधन से इन मुद्दों को जल्द से जल्द हल करने की मांग की है।
प्रदर्शन का असर
छात्रों के प्रदर्शन के कारण कॉलेज परिसर में कुछ देर के लिए तनाव की स्थिति उत्पन्न हो गई। कॉलेज प्रशासन ने छात्रों से वार्ता की कोशिश की और उन्हें आश्वासन दिया कि उनकी मांगों पर विचार किया जाएगा। हालांकि, छात्र तब तक मानने को तैयार नहीं हुए जब तक लिखित आश्वासन नहीं मिल जाता।
अभिभावक भी परेशान
छात्रों के इस प्रदर्शन से अभिभावक भी परेशान हैं। उनका कहना है कि पहले से ही महंगाई की मार झेल रहे हैं, ऐसे में कॉलेज प्रबंधन द्वारा मनमानी फीस वसूली करना उन्हें परेशानी में डाल रहा है। अभिभावकों ने SNSY College प्रबंधन और शिक्षा विभाग से इस मामले में जल्द से जल्द हस्तक्षेप करने की मांग की है।
क्या कहते हैं कॉलेज प्रबंधन
SNSY College प्रबंधन का कहना है कि वे विश्वविद्यालय द्वारा निर्धारित शुल्क ही ले रहे हैं। अतिरिक्त शुल्क का आरोप गलत है। हालांकि, SNSY College प्रबंधन ने छात्रों की कुछ मांगों को मानने का संकेत दिया है। उन्होंने कहा कि वे छात्रों की समस्याओं का समाधान निकालने के लिए हर संभव प्रयास करेंगे।
विश्वविद्यालय शिक्षा विभाग की भूमिका
इस मामले में अब सभी की निगाहें शिक्षा विभाग पर टिकी हुई हैं। देखना यह होगा कि विभाग छात्रों की शिकायतों का संज्ञान लेता है या नहीं और कॉलेज प्रबंधन के खिलाफ कोई कार्रवाई करता है या नहीं।
फिलहाल, SNSY College प्रबंधन ने छात्रों को लिखित आश्वासन दिया है कि उनकी मांगों पर गौर किया जाएगा। इसके बाद छात्रों का प्रदर्शन थोड़े समय के लिए रुका हुआ है। लेकिन अगर कॉलेज प्रबंधन ने जल्द ही कोई ठोस कदम नहीं उठाया तो छात्रों का आंदोलन और तेज होने की संभावना है।