टीम इंडिया के शानदार गेंदबाज मुकेश कुमार (Mukesh Kumar) ने पिछले दो सालों में जो शानदार प्रदर्शन करके दिखाया है, उन्होंने इस बात को साबित कर दिया कि टीम इंडिया ने उन पर दांव खेल कर कोई गलती नहीं की है. आईपीएल 2024 में भी दिल्ली कैपिटल्स के लिए उन्होंने शानदार गेंदबाजी की है और अभी तक 10 मैचों में 17 विकेट वह ले चुके हैं, पर यह बात कम लोग जानते हैं कि मुकेश कुमार (Mukesh Kumar) का क्रिकेट से कोई नाता नहीं था. वह तो बिहार पुलिस में जाना चाहते थे लेकिन खराब फिटनेस की वजह से नहीं जा पाए. बाद में क्रिकेट में भी उन्हें रिजेक्ट कर दिया गया था लेकिन फिर अचानक कुछ ऐसा हुआ कि उनकी किस्मत बदल गई.
इस तरह बने शानदार गेंदबाज
बिहार के गोपालगंज में जन्म लेने वाले मुकेश कुमार (Mukesh Kumar) 2012 में जब सीआरपीएफ की परीक्षा पास नहीं कर पाए थे तो उसके बाद उन्होंने क्रिकेट को बहुत गंभीरता से लेना शुरू कर दिया, क्योंकि उन्होंने लिखित परीक्षा पास कर ली थी लेकिन फिजिकल टेस्ट में अनफिट घोषित कर दिए गए थे. 2014 में जब सौरव गांगुली बंगाल क्रिकेट एसोसिएशन के अध्यक्ष चुने गए तो उन्होंने एक कैंप शुरू किया था जिसमें 300 लड़कों का ट्रायल हुआ था.
मुकेश कुमार (Mukesh Kumar) भी उन लड़कों में शामिल थे लेकिन उस वक्त भी उनके साथ एक अजीब घटना हुई. बार-बार मुकेश कुमार का नाम जब लिया गया तो वह बाथरूम में थे जिस कारण उनका नाम हटा दिया गया. बहुत मिन्नतें करने के बाद उन्हें चार गेंद खेलने का मौका मिला, लेकिन वकार यूनिस उनसे पूरी तरह प्रभावित नहीं हुए थे, लेकिन बाद में राणादीप ने वकार यूनिस को मनाया की मुकेश को कम से कम एक मौका जरूर मिलना चाहिए और ये वही समय था, जिसके दम पर आज मुकेश कुमार यहां पहुंचे हैं.
उज्जवल है भविष्य
आपको बता दे कि मुकेश कुमार (Mukesh Kumar) ने जब से टीम में अपनी जगह बनाई है तब से लगातार वह अपने शानदार प्रदर्शन से हर किसी को प्रभावित कर रहे हैं. यही वजह है कि हर कोई उनके इस शानदार प्रदर्शन से काफी खुश क्योंकि भविष्य में बीसीसीआई को इसी तरह के युवा खिलाड़ियों की जरूरत है जो टीम इंडिया के लिए पूरी तरह से डेडीकेटेड होकर शानदार प्रदर्शन दिखाएं.