टीम इंडिया के दिग्गज खिलाड़ी मोहम्मद शमी (Mohammed Shami) ने वनडे वर्ल्ड कप में जो कमाल दिखाया है, उस वजह से वह काफी चर्चा में छाए हुए हैं. भले ही टीम इंडिया फाइनल मुकाबले में ऑस्ट्रेलिया के हाथों छह विकेट से हार गई हो लेकिन इसके बावजूद इस खिलाड़ी के प्रदर्शन की हर तरफ चर्चा चल रही है. मोहम्मद शमी (Mohammed Shami) भले ही आज अच्छा प्रदर्शन कर रहे हैं लेकिन उनके जीवन में भी एक ऐसा समय आया था जब डॉक्टर ने उन्हें खेल से दूरी बनाने की बात कह दी थी. उस वक्त उन्हें लगातार इंजेक्शन लग रहे थे और वह घंटो बेहोश थे.
शमी ने किया यह खुलासा
यह पूरा मामला 2015 के वर्ल्ड कप के ठीक पहले का है, जब मोहम्मद शमी (Mohammed Shami) के घुटने में सूजन आ गई थी. उनके पास घुटने की सर्जरी के अलावा और कोई ऑप्शन नहीं था लेकिन उन्होंने सर्जरी नहीं कराई क्योंकि उन्हें खेलना था, पर बदले में उन्हें हर मैच के बाद अस्पताल जाकर इंजेक्शन लेना पड़ता था. 2015 वर्ल्ड कप के दौरान अगर उनकी जगह कोई और खिलाड़ी होता तो वह बिल्कुल भी नहीं खेलता लेकिन मोहम्मद शमी (Mohammed Shami) दर्द में खेलते रहे. उन्होंने साफ कहा कि मेरे पास दो ऑप्शन था या तो आराम करना या तो देश के लिए खेलना पर मैने देश को चुना.
डॉक्टर ने दी थी ये सलाह
मोहम्मद शमी (Mohammed Shami) ने इस पूरी घटना पर चर्चा करते हुए बताया कि जब उनके घुटने की सर्जरी बाद में हुई तो डॉक्टर ने कहा कि अगर वह आराम से चल लेंगे तो यही उनके लिए बड़ी सफलता होगी. क्रिकेट खेलना तो बहुत दूर की बात है. घंटो तक उस समय मोहम्मद शमी (Mohammed Shami) बेहोश थे और जब उन्होंने डॉक्टर से पूछा कि मैं दोबारा क्रिकेट खेल सकता हूं तो डॉक्टर ने जवाब दिया कि तुम चल लो वही बड़ी बात है. उसके बाद उन्होंने धीरे-धीरे रिकवरी किया और आज उनके नाम जो रिकॉर्ड है, उससे हर कोई वाकिफ है.