Intercontinental Cup: भारतीय फुटबॉल टीम ने रविवार 18 जून को हीरो इंटरकांटिनेंटल कप में लेबनान को 2-0 से हराकर जीत दर्ज की। इस जीत के बाद ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक द्वारा यह घोषणा की गई की भारतीय टीम को इस शानदार प्रदर्शन के लिए उन्हें एक करोड़ का नकद पुरस्कार दिया जाएगा। इसके साथ ही पटनायक ने कहा कि, ‘इस प्रतिष्ठित इंटरकॉन्टिनेंटल कप की मेजबानी करना हमारे राज्य के लिए बहुत गर्व की बात है, कड़े मुकाबले में भारत की जीत पर बधाई। हमारा इरादा ओडिशा में कई और फुटबॉल प्रोग्राम आयोजित करने और ओडिशा और भारत में खेल के विकास का समर्थन करने का है।
आपको बता दें कि इस जीत में कप्तान सुनील छेत्री और लल्लिंजुआला छांगते(Lallianzuala Chhangte) ने अहम भूमिका निभाई है। कप्तान सुनील छेत्री और लल्लिंजुआला छांगते के गोल के दम पर ही भारत ने इंटरकांटिनेंटल कप के फाइनल में लेबनान को 2-0 से शिकस्त दी। मैच के फस्ट हाफ में टीम इंडिया ने एक भी गोल नहीं किया था, लेकिन फस्ट हाफ के बाद पेनाल्टी शॉर्ट में 38 वर्षीय छेत्री ने 46वें मिनट में गोल कर भारत का खाता खोला। इस मैच में यह उनका 87वां अंतरराष्ट्रीय गोल रहा इसके साथ ही सुनील एक्टिव खिलाड़ियों में सबसे ज्यादा अंतरराष्ट्रीय गोल करने के मामले में तीसरे स्थान पर आ गए हैं।
इसके बाद 66वें मिनट में टीम की बढ़त को दोगुना करने के लिए छांगते ने एक गोल किया जिसके बाद भारतीय टीम को जीत मिली। जहां पहले भारत विश्व रैंकिंग में 101वें स्थान पर था वहीं इस मैच में जीतने के बाद भारत विश्व रैंकिंग में 99वें स्थान पर पहुंच गया। भारत ने इस टूर्नामेंट को दूसरी बार अपने नाम किया है। वहीं इससे पहले टीम ने साल 2018 के फाइनल में कीनिया को हराकर चैम्पियन बनीं थी जबकि साल 2019 में यह खिताब उत्तर कोरिया ने जीता था जिसमें भारत चौथे और आखिरी स्थान पर रहा था।