आईपीएल 2024 (IPL 2024) में इस वक्त कई ऐसे मैच खेले गए जिसमें अंपायर का फैसला काफी विवादों में रहा. 24 अप्रैल को दिल्ली कैपिटल और गुजरात टाइटंस के बीच बेहद ही रोचक मुकाबला खेला गया, जहां दिल्ली कैपिटल ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 224 रन बनाए जहां अंत तक लड़ने के बावजूद भी गुजरात टाइटंस को इस मुकाबले में चार रनों से हार का सामना करना पड़ा. हालांकि इस बीच अंपायर का एक फैसला काफी विवादों में रहा जहां वाइड बॉल को अंपायर ने नो बॉल दे दी जिस पर अब काफी चर्चा चल रही है.
आखिरी ओवर में हुआ विवाद
जब गुजरात को अंतिम ओवर में 19 रन चाहिए थे तो उस वक्त राशिद खान क्रीज पर मौजूद थे और दिल्ली कैपिटल्स की तरफ से मुकेश कुमार ने गेंदबाजी की लेकिन मुकेश कुमार ने केवल 14 रन ही दिए. एक बारी को लग रहा था कि राशिद खान जिस तरह से चौके- छक्के लगा रहे हैं, वह गुजरात की टीम को जीता देंगे लेकिन मुकेश कुमार की गेंदबाजी ऐसी थी कि आखिरी गेंद पर उन्होंने राशिद खान को हाथ खोल कर रन बनाने का मौका नहीं दिया. हालांकि 18 ओवर के दौरान एक अजीबोगरीब घटना हुई जो काफी चर्चा में है. उस वक्त भी मुकेश कुमार के हाथों में ही गेंद थी.
इस फैसले की हो रही चर्चा
दरअसल 18वें ओवर की पांचवीं गेंद जो कि पीछे हटकर किनारे की ओर गिरी, यह व्हाइट बॉल के लिए तय मार्क से भी दूर थी लेकिन अंपायर ने विचार विमर्श करने के बाद इसे नो बॉल दे दिया जबकि शुरुआत में यह वाइड लग रहा था क्योंकि यह गेंद पिच से भी बाहर गिरी थी, लेकिन अंपायर ने बाद में इस नो बॉल घोषित किया क्योंकि यह बाल पिच से एकदम बाहर जाकर लैंड हुई थी जिस वजह से बाद में राशिद खान को फ्री हिट मिला. इस मुकाबले को जीतने के साथ ही दिल्ली कैपिटल्स प्वाइंट्स टेबल में छठे नंबर पर पहुंच चुकी है.