वनडे वर्ल्ड कप में श्रीलंका और बांग्लादेश के बीच हुए मुकाबले में जब से एंजेलो मैथ्यूज को टाइम आउट दिया गया है तब से लगातार यह चर्चा का विषय बना हुआ है और चर्चा हो भी क्यों ना क्रिकेट के इतिहास में पहली बार फैंस ने इस तरह का नजारा देखा है. जब किसी बल्लेबाज को टाइम आउट के जरिए पवेलियन लौटना पड़ा, पर आपको बता दे कि आज से कुछ सालों पहले टीम इंडिया के धाकड़ खिलाड़ी सौरव गांगुली (Sourav Ganguly) के साथ भी यह घटना होने वाली थी लेकिन वह बाल-बाल बच गए.
जब देर से मैदान पर पहुंचे गांगुली
यह पूरी घटना साल 2007 की है जब दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ टीम इंडिया केप टाउन में टेस्ट मैच खेल रही थी. जब वसीम जाफर और वीरेंद्र सहवाग का जल्दी ही विकेट गिर गया तो अगला नंबर सचिन तेंदुलकर का था लेकिन फिल्डिंग के दौरान वह मैदान से बाहर चले गए थे जिस वजह से सुबह बल्लेबाजी नहीं कर सकते थे. उसके बाद वीवीएस लक्ष्मण का नाम था लेकिन वह शावर ले रहे थे.
सौरव गांगुली (Sourav Ganguly) को लगा कि अभी उनसे पहले खेलने वाले बल्लेबाज है इसलिए वह बल्लेबाजी के लिए तैयार नहीं थे, जब उन्हें इस बारे में पता चला तो वह ट्रैक सूट में थे. फटाफट वह बाद में ड्रेसिंग रूम में पहुंचे और मैदान पर आए. वह 3 मिनट से ज्यादा देरी से मैदान पर पहुंचे थे पर उस वक्त उन्हें टाइम आउट नहीं करार दिया गया था.
इस वजह से अंपायर ने नहीं दिया टाइम आउट
जब यह मैच खेला जा रहा था, उस वक्त साउथ अफ्रीका के कप्तान ग्रीन स्मिथ थे. उन्हें पता था कि गांगुली (Sourav Ganguly) 3 मिनट से ज्यादा देरी से मैदान पर आए हैं लेकिन खेल भावना का ध्यान रखते हुए उन्होंने टाइम आउट की अपील नहीं की और जब तक खिलाड़ी अपील नहीं करता है तब तक अंपायर उन्हें आउट नहीं दे सकते थे वरना सौरव गांगुली (Sourav Ganguly) इंटरनेशनल क्रिकेट में टाइम आउट होने वाले पहले क्रिकेटर बन जाते लेकिन ऐसा नहीं हो पाया.