आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) चैटबॉट ChatGPT इन दिनों काफी लोकप्रिय है। यह चैटबॉट विभिन्न विषयों पर बातचीत कर सकता है और उपयोगकर्ताओं को जानकारी प्रदान कर सकता है। हालाँकि, हाल ही में एक रिपोर्ट सामने आई है जिसने ChatGPT पर उपयोगकर्ताओं के डेटा की सुरक्षा को लेकर सवाल खड़े कर दिए हैं।
एक हिंदी समाचार वेबसाइट की रिपोर्ट के अनुसार, ChatGPT पर उपयोगकर्ताओं द्वारा साझा किया गया डेटा लीक हो सकता है। रिपोर्ट में दावा किया गया है कि कुछ उपयोगकर्ताओं ने बताया है कि उनके निजी वार्तालापों सहित संवेदनशील जानकारी लीक हो गई है। हालांकि, रिपोर्ट में यह स्पष्ट नहीं किया गया है कि डेटा लीक कैसे हुआ या कितने उपयोगकर्ताओं का डेटा प्रभावित हुआ है।
इस रिपोर्ट के बाद ChatGPT को विकसित करने वाली कंपनी ओपनएआई ने स्पष्टीकरण दिया है। ओपनएआई का कहना है कि उपयोगकर्ताओं का डेटा सुरक्षित है और कंपनी डेटा सुरक्षा को लेकर गंभीर है। ओपनएआई ने यह भी कहा कि वह इस मामले की जांच कर रही है और लीक की संभावना को कम करने के लिए कदम उठा रही है।
OpenAI का कहना है कि उपयोगकर्ताओं की निजी जानकारी सुरक्षित रखना उनकी सर्वोच्च प्राथमिकता है और वे इस मामले की गहन जांच कर रहे हैं। OpenAI ने यह भी कहा है कि वे अपने सिस्टम में सुधार कर रहे हैं ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि उपयोगकर्ताओं की निजी जानकारी सुरक्षित रहे।
डेटा लीक के संभावित खतरे
यदि ChatGPT पर वास्तव में डेटा लीक हुआ है, तो इसके कई गंभीर परिणाम हो सकते हैं। लीक हुए डेटा में उपयोगकर्ताओं के नाम, ईमेल पते, फोन नंबर और अन्य व्यक्तिगत जानकारी शामिल हो सकती है। इस जानकारी का उपयोग धोखाधड़ी, पहचान की चोरी और अन्य साइबर अपराधों के लिए किया जा सकता है।
इसके अलावा, यदि लीक हुए डेटा में निजी वार्तालाप शामिल हैं, तो इससे उपयोगकर्ताओं की गोपनीयता का उल्लंघन हो सकता है। इससे उपयोगकर्ताओं को शर्मिंदगी और मानसिक परेशानी का सामना करना पड़ सकता है।
पहले भी सामने आया मामला
एक बार पहले भी चैटजीपीटी से यूजर्स की जानकारी लीक होने की जानकारी सामने आई थी। मार्च 2023 में कथित तौर पर आए कुछ बग्स के कारण ऐसा देखने को मिला था। चैट जीपीटी पर निजी जानकारी लीक होने की खबर से कई सवाल खड़े हो गए हैं। सबसे बड़ा सवाल यह है कि क्या ChatGPT वाकई में सुरक्षित है? क्या उपयोगकर्ताओं का डेटा सुरक्षित है? इस घटना से ChatGPT की लोकप्रियता पर भी असर पड़ सकता है। लोग अब चैट जीपीटी का इस्तेमाल करने से हिचकिचा सकते हैं, खासकर अगर उन्हें लगता है कि उनकी निजी जानकारी लीक हो सकती है।