Bharat तेजी से ग्लोबल मैनुफैक्चरिंग हब के रूप में उभर रहा है। Apple और Google जैसी कई प्रसिद्ध कंपनियों के उत्पाद अब भारत में निर्मित किए जा रहे हैं। Apple के iPhone की मैन्युफैक्चरिंग भारत में शुरू हो चुकी है। अब, Google ने घोषणा की है कि उसने Bharat में अपने फ्लैगशिप स्मार्टफोन Pixel का निर्माण शुरू कर दिया है।
इसे लेकर अग्रणी कॉन्ट्रैक्ट इलेक्ट्रॉनिक्स मैन्युफैक्चरिंग फर्म फॉक्सकॉन ने आलोचनात्मक टिप्पणी की है। फॉक्सकॉन के मुताबिक, वैश्विक स्तर पर भारत के युग की शुरुआत हो चुकी है और अब Bharat मैनुफैक्चरिंग पर हावी होगा। यह टिप्पणी इसलिए भी खास हो जाती है क्योंकि स्मार्टफोन जैसे उपकरणों के बाद अब भारत में सेमीकंडक्टर और ईवी के बड़े पैमाने पर निर्माण की तैयारी चल रही है।
फॉक्सकॉन के Bharat रिप्रेजेन्टेटिव ने कही बड़ी बात
फॉक्सकॉन के Bharat प्रतिनिधि वेई ली ने पेशेवर सोशल नेटवर्क लिंक्डइन पर इस बारे में पोस्ट किया। उन्होंने 18 अक्टूबर को आयोजित माननीय हाई टेक डे 2023 कार्यक्रम की तस्वीरें साझा कीं। तस्वीरों के साथ उन्होंने लिखा, भारत के लिए अपार आकांक्षाओं के साथ शानदार कार्यक्रम, यह भारत के युग की शुरुआत है, जो ईवी और सेमीकंडक्टर्स को समर्पित है।
मैनुफैक्चरिंग यूनिट को चीन से भारत में किया जा रहा है शिफ़्ट
माननीय हाई प्रिसिजन इंडस्ट्री कंपनी लिमिटेड का मुख्यालय ताइवान में है। यह फॉक्सकॉन की मूल कंपनी है। फॉक्सकॉन एप्पल के लिए कॉन्ट्रैक्ट पर आईफोन और अन्य डिवाइस बनाती है। कंपनी का विनिर्माण चीन केंद्रित रहा है, लेकिन तस्वीर बदल रही है। फॉक्सकॉन अपनी मैन्युफैक्चरिंग का बड़ा हिस्सा भारत में शिफ्ट कर रही है।
गूगल ने की इसकी घोषणा
Apple के कई अन्य कॉन्ट्रैक्ट निर्माता Bharat में iPhone बना रहे हैं। हाल ही में लॉन्च हुआ iPhone 15 भारत में निर्मित होता है और कई बाजारों में निर्यात किया जाता है। इस हफ्ते एक इवेंट में Google ने घोषणा की कि उसके फ्लैगशिप Pixel फोन का निर्माण Bharat में शुरू होगा।
Bharat में फॉक्सकॉन की तैयारी
फॉक्सकॉन की बात करें तो हाल ही में कई मीडिया रिपोर्ट्स में बताया गया था कि कंपनी तमिलनाडु में ईवी मैन्युफैक्चरिंग शुरू करने की तैयारी कर रही है। कंपनी सेमीकंडक्टर के लिए पीएलआई योजना का लाभ उठाकर सेमीकंडक्टर प्लांट लगाने की भी तैयारी कर रही है। पहले फॉक्सकॉन और वेदांता मिलकर सेमीकंडक्टर प्लांट लगा रहे थे, लेकिन अब दोनों अलग-अलग योजना पर काम कर रहे हैं।