ChatGPT: आजकल पूरी दुनिया में एआई का प्रचलन बढ़ गया है। लगभग हर एक फील्ड के इंप्लॉई अपने कामों के लिए एआई टूल का इस्तेमाल कर रहे हैं। ऐसे में ChatGPT की उपयोगिता भी बढ़ रही है। लेकिन हाल ही में ChatGPT के निर्माता OpenAI की मुश्किले बढ़ती हुई नज़र आ रही है। चैटजीपीटी पर कई आरोप लग रहे हैं जिसमें अब कंपनी पर एक के बाद एक डाटा प्राइवेसी को लेकर सवाल उठ रहे हैं। नए मामले में एक लेखक ने कंपनी के खिलाफ कॉपीराइट उल्लंघन को लेकर मुकदमा दायर किया है।
ChatGPT पर लगा है ये आरोप
ChatGPT के नए आरोप में पुलित्जर पुरस्कार विजेता माइकल चैबन सहित अमेरिकी लेखकों के एक समूह ने सैन फ्रांसिस्को में संघीय अदालत में ओपनएआई पर मुकदमा दायर किया है। जिसमें आरोप लगाया गया है कि माइक्रोसॉफ्ट समर्थित प्रोग्राम. एआई चैटबॉट चैटजीपीटी को प्रशिक्षित करने के लिए उनके लेखन का दुरुपयोग किया जा रहा है। इसके अलावा दायर की गई मुकदमे में अन्य लेखकों ने कहा है कि ओपनएआई ने ह्यूमन प्रॉम्प्ट टेक्स्ट का जवाब देने के लिए चैटजीपीटी को सिखाने के लिए बिना अनुमति उनके लेखन की नकल की है।
अबतक का है तीसरा मामला
आपको बता दें की इससे पहले भी ChatGPT पर हो रहे कॉपीराइट को लेकर ओपनएआई मामला सामने आया था। जिसके बाद यह तीसरा मामला है। इसके साथ ही ओपनएआई के अलावा माइक्रोसॉफ्ट, मेटा प्लेटफार्म और स्टेबिलिटी AI सहित अन्य एआई कंपनियों पर भी कॉपीराइट-उल्लंघन का आरोप लगाया गया है। लेकिन इस मामले में ओपनएआई की ओर से कोई भी जानकारी सामने नहीं आई है।
ChatGPT के इस्तेमाल पर लगा रोक
ऐसे मामलों के साथ अब ChatGPT की लोकप्रियता में कमी देखने मिल रही है। लॉन्चिंग के समय जितने यूजर्स थे उसके मुकाबले अब चैटजीपीटी के यूजर्स में भारी गिरावट दर्ज की गई है। वहीं कई देशों और कॉलेजों ने डाटा लीक होने और प्राइवेसी के कारण इसके इस्तेमाल को बैन कर दिया है। इसके अलावा टेक वर्ल्ड की जानी-मानी स्मार्टफोन ब्रांड सैमसंग और एपल ने भी अपने कर्मचारियों के लिए चैटजीपीटी जैसे एआई टूल के इस्तेमाल पर रोक लगा दी है।