गर्मी का मौसम आते ही मोबाइल Phone गर्म होने की समस्या आम हो जाती है। इसका एक मुख्य कारण है गलत तरीके से फोन चार्ज करना। तेज गर्मी में फोन की बैटरी जल्दी गर्म हो जाती है और इससे फोन की परफॉर्मेंस पर भी असर पड़ सकता है। आज हम आपको कुछ ऐसी गलतियों के बारे में बताएंगे, जो आप अक्सर मोबाइल Phone चार्ज करते समय कर बैठते हैं।
फोन को सीधे धूप में चार्ज करना
गर्मी के दिनों में Phone को सीधे धूप में रखना या चार्ज करना सबसे बड़ी गलती है। धूप से निकलने वाली तेज गर्मी फोन की बैटरी को गर्म कर देती है, जिससे बैटरी की क्षमता कम हो सकती है और फोन की परफॉर्मेंस भी खराब हो सकती है। इतना ही नहीं, कुछ मामलों में फोन की बैटरी फूलने या लीक होने का खतरा भी रहता है।
फोन को गर्म वातावरण में चार्ज करना
सिर्फ धूप ही नहीं, बल्कि Phone को किसी भी गर्म वातावरण में चार्ज करने से बचना चाहिए। गर्मी के दिनों में कार के अंदर या बंद कमरे में भी फोन काफी गर्म हो सकता है। ऐसी जगहों पर फोन को चार्ज करने से भी बैटरी खराब होने का खतरा रहता है।
खराब चार्जर या केबल का इस्तेमाल करना
कई बार हम जल्दबाजी में ओरिजनल चार्जर की जगह किसी भी चार्जर का इस्तेमाल कर लेते हैं। खराब या नकली चार्जर से न सिर्फ Phone को सही मात्रा में चार्ज नहीं मिल पाता बल्कि इससे फोन की बैटरी और अन्य पार्ट्स को भी नुकसान पहुंच सकता है। इसी तरह, खराब या टूटी हुई केबल का इस्तेमाल भी फोन की चार्जिंग प्रक्रिया को प्रभावित कर सकता है।
फोन को इस्तेमाल करते हुए चार्ज करना
बहुत से लोग Phone को इस्तेमाल करते हुए चार्ज करते हैं। ऐसा करना सही नहीं है। फोन इस्तेमाल करने से उसका प्रोसेसर गर्म होता है और अगर इस दौरान फोन को चार्ज भी किया जाता है, तो फोन की बैटरी पर डबल भार पड़ता है। इससे बैटरी की लाइफ कम हो सकती है।
फोन को 100% चार्ज होने पर भी लगाए रखना
Phone को 100% चार्ज हो जाने के बाद भी चार्जर से लगाए रखना जरूरी नहीं है। आजकल की स्मार्टफोन बैटरी में ओवरचार्जिंग प्रोटेक्शन होता है, लेकिन फिर भी बैटरी को ज्यादा देर तक चार्ज पर रखने से उसकी क्षमता कम हो सकती है।
रात भर फोन को चार्ज पर लगा रहने देना
आजकल के स्मार्टफोन में लिथियम आयन बैटरी का इस्तेमाल होता है। जब बैटरी पूरी तरह चार्ज हो जाती है, तो चार्जिंग अपने आप रुक जाती है। लेकिन, कई बार लोग रात भर Phone को चार्ज पर लगा रहने देते हैं। ऐसा करने से बैटरी पर लगातार कम वोल्टेज का प्रवाह होता रहता है, जो बैटरी की लाइफ कम करता है।