Truecaller, जो कि विश्व की जानी-मानी कॉलर आइडेंटिफिकेशन (Caller Identification) एप है, यूजर्स को स्पैम कॉल से बचाने के लिए लगातार नए-नए फीचर्स ला रही है। इसी कड़ी में कंपनी ने हाल ही में एक क्रांतिकारी फीचर लॉन्च किया है, जिसे AI Voice Scanner (एआई वॉयस स्कैनर) का नाम दिया गया है। जैसा कि नाम से ही पता चलता है, यह फीचर आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) की मदद से यह पहचानता है कि कॉल करने वाला असली शख्स है या कोई फर्जी AI जनरेटेड वॉइस।
क्या है AI वॉयस स्कैनर?
Truecaller का यह नया AI वॉयस स्कैनर फीचर आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की मदद से कॉल के दौरान ही यह पता लगा सकता है कि कॉल करने वाला असली इंसान है या फिर कोई फर्जी आवाज है। अगर ट्रूकॉलर को यह संदेह होता है कि कॉल AI जनरेटेड वॉइस से की जा रही है, तो वह यूजर को कॉल के दौरान ही एक अलर्ट देगा। इस अलर्ट में लिखा होगा “Human Detected” (अगर कॉल असली इंसान से है) या “AI Voice Detected” (अगर कॉल AI जनरेटेड वॉइस से है)।
कैसे काम करता है ये फीचर?
फिलहाल, अभी पूरी जानकारी सामने नहीं आई है, लेकिन माना जा रहा है कि कॉल आने पर यूजर्स को Truecaller ऐप में एक नया बटन देखने को मिलेगा। इस बटन को दबाते ही ऐप कॉल को होल्ड पर लगा देगा और थोड़े से सेकंड्स के लिए वॉइस सैंपल लेकर उसका विश्लेषण करेगा। विश्लेषण के बाद ये AI टेक्नोलॉजी यह पता लगाएगी कि कॉल करने वाले की आवाज असली इंसान की है या फिर किसी कंप्यूटर द्वारा बनाई गई फर्जी आवाज है। अगर यह AI वॉइस है, तो Truecaller यूजर को स्क्रीन पर नोटिफिकेशन देगा, जिसमें “AI Voice Detected” (एआई वॉयस डिटेक्टेड) लिखा होगा। इसके बाद यूजर अपनी मर्जी से कॉल को रिसीव कर सकता है या रिजेक्ट कर सकता है।
कैसे होगा फायदेमंद?
आजकल स्मार्टफोन पर आने वाले स्पैम कॉलों में से कई कॉल फर्जी AI जनरेटेड वॉइस का इस्तेमाल करते हैं। ये कॉल अक्सर धोखाधड़ी करने या किसी प्रोडक्ट या सर्विस को बेचने के लिए की जाती हैं। Truecaller का यह नया फीचर ऐसे फर्जी कॉलों को पहचानने में काफी मदद करेगा। इससे यूजर्स को पता चल जाएगा कि कॉल करने वाला असली इंसान है या कोई मशीन। इससे यूजर्स सावधान हो जाएंगे और फर्जी कॉलों के जाल में फंसने से बच सकेंगे।
कब मिलेगा ये फीचर?
फिलहाल, Truecaller का यह AI वॉयस स्कैनर फीचर बीटा टेस्टिंग फेज में है। अभी यह स्पष्ट नहीं है कि कंपनी इसे सभी यूजर्स के लिए कब रोल आउट करेगी। उम्मीद की जाती है कि आने वाले कुछ महीनों में इसे सभी एंड्रॉयड यूजर्स के लिए उपलब्ध करा दिया जाएगा। हालांकि, अभी तक यह साफ नहीं है कि कंपनी इसे iOS यूजर्स के लिए भी लाएगी या नहीं।
क्या हो सकती हैं चुनौतियां?
इस फीचर के साथ कुछ चुनौतियां भी जुड़ी हो सकती हैं। उदाहरण के लिए, कई बार असली इंसान की आवाज भी किसी मशीन द्वारा बनाई गई वॉइस जैसी लग सकती है। ऐसे में AI टेक्नोलॉजी गलती कर सकती है और असली कॉल को भी स्पैम कॉल बता सकती है। इसलिए, जरूरी है कि Truecaller अपनी AI टेक्नोलॉजी को लगातार अपडेट करती रहे ताकि उसकी सटीकता बनी रहे।