AI Voice Cloning: आधुनिक तकनीक के दौर में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) का इस्तेमाल हर क्षेत्र में तेजी से बढ़ रहा है। वहीं, इस तकनीक के दुरुपयोग की आशंका भी हमेशा बनी रहती है। हाल ही में एक नया तरीका सामने आया है, जिसका इस्तेमाल स्कैमर्स लोगों को ठगी का शिकार बनाने के लिए कर रहे हैं। यह तरीका है आवाज़ की नकल यानी Voice Cloning।
क्या है Voice Cloning?
दर्द में कराह रही आवाज में कम पढ़े-लिखे अभिवावकों को कॉल की जाती है और फिरौती की रकम मांगी जाती है। असल में यह असली आवाज होती ही नहीं, बल्कि एआई के गलत इस्तेमाल से तैयार आवाज होती है। Voice Cloning एक आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) तकनीक है, जिसका उपयोग करके किसी व्यक्ति की आवाज़ की हूबहू नकल तैयार की जा सकती है।
इसके लिए सबसे पहले उस व्यक्ति की आवाज़ का रिकॉर्डिंग लिया जाता है। फिर, उस रिकॉर्डिंग को एआई एल्गोरिथम की मदद से फीड किया जाता है। एल्गोरिथम उस रिकॉर्डिंग का विश्लेषण करता है और उस व्यक्ति की आवाज़ की खासियतों को सीख लेता है। इसके बाद, एल्गोरिथम किसी भी टेक्स्ट को उस सीखी हुई आवाज़ में बोल सकता है।
स्कैमर्स कैसे कर रहे हैं इसका इस्तेमाल?
स्कैमर्स इस तकनीक का इस्तेमाल करके किसी भी व्यक्ति की आवाज़ की नकल कर सकते हैं। उदाहरण के तौर पर, वे किसी कंपनी के सीईओ की आवाज़ की नकल कर के किसी कर्मचारी को फोन लगा सकते हैं और उसे कंपनी के खाते में पैसे ट्रांसफर करने का निर्देश दे सकते हैं। या फिर, वे किसी बैंक अधिकारी की आवाज़ की नकल करके किसी ग्राहक को फोन लगा कर उनकी बैंक खाते की जानकारी हासिल कर सकते हैं। इस तरह के फ्रॉड को पहचानना मुश्किल हो सकता है क्योंकि स्कैमर्स असली व्यक्ति की ही आवाज़ का इस्तेमाल कर रहे होते हैं।
आप अपनी सुरक्षा कैसे कर सकते हैं?
अगर आपको किसी अनजान नंबर से फोन आता है और फोन करने वाला व्यक्ति आपसे किसी तरह की संवेदनशील जानकारी मांगता है, तो सावधान हो जाएं। फोन पर किसी भी तरह की वित्तीय जानकारी या पासवर्ड शेयर करने से बचें। किसी भी तरह के फाइनेंशियल ट्रांजैक्शन को करने से पहले सीधे कंपनी या बैंक के दफ्तर में जाकर या उनकी वेबसाइट के जरिए संपर्क करें। साथ ही, अपने फोन पर अनजान नंबरों से आने वाली कॉलों को ब्लॉक करने वाले ऐप्स का इस्तेमाल करें।
जागरूक रहें और साइबर अपराध से बचें
Voice Cloning जैसी तकनीकें भले ही काफी आधुनिक हों, लेकिन थोड़ी सी सावधानी बरतकर आप अपने आप को स्कैमर्स से बचा सकते हैं। किसी भी अनजान फोन कॉल पर भरोसा न करें और संदिग्ध होने पर सीधे संबंधित संस्था से संपर्क करें। एआई का इस्तेमाल सकारात्मक कार्यों के लिए होता है, लेकिन हमें इस बात को भी ध्यान में रखना होगा कि इसका गलत इस्तेमाल भी किया जा सकता है। इसलिए, हमें तकनीक के साथ-साथ साइबर सुरक्षा के बारे में भी जागरूक रहना चाहिए।