Search Engine: एपल और गूगल दोनों ही बड़ी टेक कंपनीयां है ऐसे में दोनों के बीच बेहतर प्रदर्शन के लिए हमेशा ही कड़ी मुकाबले होते हैं। ऐसे में अब इन दोनों बड़ी टेक कंपनियों के बीच Search Engine को लेकर कड़ी जंग छिड़ी हुई है। प्राइवेसी को लेकर एपल हमेशा से ही गूगल को चुनौती देता आया है। वहीं इस बार एपल गूगल पर बड़े हमले की तैयारी में है। एक रिपोर्ट के अनुसार Apple और DuckDuckGo के साझेदारी की बातचीत अब फाइनल स्टेज में पहुंच गई है।
गूगल को अमेरिकी कोर्ट में लगी फटकार
आपको बता दें कि DuckDuckGo एक Search Engine है। और हमेशा से ही DuckDuckGo ने यह दावा किया है कि वह गूगल से बेहतर प्राइवेसी सुविधा देता है। वहीं DuckDuckGo को लेकर एपल और माइक्रोसॉफ्ट के बीच लंबे समय से लड़ाई चालते आ रही है। इसी लड़ाई में इस मामले को कोर्ट में भी पहुंचाया गया है। जिसके बाद पिछले महीने इस मामले पर अमेरिकी न्याय विभाग ने कहा था कि, “Google, जिसके पास सर्च इंजन मार्केट का लगभग 90% हिस्सा है, उसके बाद भी उसने एपल जैसे स्मार्टफोन निर्माता और एटीएंडटी जैसी वायरलेस कंपनियों के ब्राउजर या डिवाइस में डिफॉल्ट Search Engine होने और टॉप पर रहने के लिए अवैध रूप से सालाना 10 बिलियन डॉलर का भुगतान किया।”
वहीं अमेरिकी कोर्ट ने इस मामले पर सोमवार को माइक्रोसॉफ्ट के सीईओ सत्या नडेला से गवाही भी ली है जिसमें सत्या नडेला ने कोर्ट को बताया है कि, टेक दिग्गज कंपनियां आजकल अपने अपने एआई को ट्रेंड करने के लिए Search Engine को यूज कर रहा है। वहीं गूगल इसके लिए सौदा करने के साथ कंटेंट को ब्लॉक भी कर रहा है।
DuckDuckGo क्या है?
आपको बता दें कि DuckDuckGo भी एक Search Engine ही है जिसकी लॉन्चिंग साल 2018 में की गई थी। लोगों के बीच इसकी चर्चा इसके प्राइवेसी और सिक्योरिटी को लेकर की जाती है, क्योंकि यह प्राइवेसी के मामले में एक बेहतर सुविधा देता है। इसी पॉपुलैरिटी के कारण DuckDuckGo अमेरिकी मार्केट का दूसरा सबसे बड़ा Search Engine है। इसने साल 2022 मे इतनी पॉपुलैरिटी हासिल की थी की उस साल के पहले तिमाही में इसके यूजर्स की संख्या 8 बिलियन के पार पहुंच गई थी। वहीं इस पर विज्ञापन देना भी गूगल के मुकाबले काफी सस्ता माना जाता है।