पुणे की Sterlite Technologies ने भारतीय मोबाइल कांग्रेस में 160 माइक्रोन ऑप्टिकल फाइबर का प्रदर्शन किया। कंपनी ने दावा किया है कि यह दुनिया का सबसे पतला ऑप्टिकल फाइबर है, जो कम्युनिकेशन में अहम भूमिका निभाएगा। इस अवधारणा की योजना और विकास महाराष्ट्र में एसटीएल के उत्कृष्टता केंद्र में किया गया है, और कंपनी इस तकनीक को विकसित और पेटेंट कराने वाली विश्व स्तर पर पहली कंपनी बन गई है।
केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने किया अनावरण
केंद्रीय कम्युनिकेशन, इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री अश्विनी वैष्णव ने भारतीय मोबाइल कांग्रेस के 7वें संस्करण में Sterlite Technologies द्वारा बनाए ऑप्टिकल फाइबर का अनावरण किया। उन्होंने इस 160-माइक्रोन फाइबर के दो स्ट्रैंड को एक साथ जोड़ा। यह आदर्श रूप से दो बाल-पतले ऑप्टिकल फाइबर कोर को जोड़ने के लिए एक उच्च कैलिब्रेटेड प्रक्रिया है।
👍Tried my hands at splicing of 250 micron optical fibers at IMC 2023. pic.twitter.com/YJEDAxFr8U
— Ashwini Vaishnaw (@AshwiniVaishnaw) October 28, 2023
क्या है खासियत?
Sterlite Technologies द्वारा विकसित 160-माइक्रोन फाइबर से बनी केबल ट्रेडिशनल 250-माइक्रोन फाइबर की तुलना में 3 गुना अधिक क्षमता को पैक कर सकती है। इसका मतलब है कि एक स्टैंड में पहले की तुलना में अधिक लाइनें फिट हो सकती हैं। साथ ही एसटीएल ने कहा कि इस माइक्रोन फाइबर का व्यास 6.4 मिमी है, जो पुराने 250-माइक्रोन फाइबर से 32% कम है। यह कम जगह में अधिक केबल पैक करने की अनुमति देता है और 160-माइक्रोन फाइबर नेटवर्क परिनियोजन, बैंडविड्थ क्षमता और हरित भागफल में क्रांतिकारी बदलाव लाएगा।
केबल टेलीकॉम स्टैंडर्ड्स को करेगा पूरा
ये फाइबर केबल टेलीकॉम-ग्रेड ऑप्टिकल प्रदर्शन की सुविधा देते हैं और ITU G.657A2 मानक का अनुपालन करते हैं। Sterlite Technologies ने कहा कि यह घोषणा हमारे अनुसंधान एवं विकास विशेषज्ञों द्वारा नवाचारों की एक श्रृंखला के बाद आई है, जिसमें 4X क्षमता और 180-माइक्रोन फाइबर वाला भारत का पहला मल्टीकोर फाइबर शामिल है। एसटीएल ग्रुप के सीटीओ डॉ. बद्री गोमातम ने कहा कि नया फाइबर भारत के ब्रॉडबैंड परिदृश्य में भी एक आवश्यक भूमिका निभाएगा और देश की बढ़ती जरूरतों को पूरा करेगा।