UIDAI Alert: भारतीय जनता के आधार कार्ड के सुरक्षा को देखते हुए आधार अधिकारी ने एक महत्वपूर्ण चेतावनी जारी की है। यूनिक आइडेंटिफिकेशन अथॉरिटी ऑफ इंडिया (UIDAI) ने नागरिकों को आधार कार्ड की प्रमाणित करने के लिए ऑनलाइन प्रक्रिया का सुनिश्चित करने की सलाह दी है, ताकि उन्हें ऑनलाइन धोखाधड़ी से बचाया जा सके।
UIDAI ने बताया कि ऐसे कई मामले सामने आए हैं जहाँ धोखाधड़ी व्यक्तिगत जानकारी का दुरुपयोग करके लोगों को ठग रहे हैं, जिसमें उनके आधार कार्ड का ऑनलाइन प्रमाणितीकरण किया जा रहा है। इस प्रकार के आपातकालीन क्रियाकलापों से बचने के लिए, UIDAI ने नागरिकों से उनके आधार कार्ड को ऑनलाइन प्रमाणित करने से पहले ध्यानपूर्वक जांच-पड़ताल करने की सलाह दी है।
UIDAI की ओर से ट्विटर पर पोस्ट शेयर करते हुए कहा गया है कि पहचान पत्र और एड्रेस प्रूफ डॉक्यूमेंट ई-मेल या व्हाट्सएप पर किसी के साथ शेयर ना करें। इससे आधार के गलत इस्तेमाल का खतरा बढ़ जाता है। UIDAI के मुताबिक UIDAI समेत कोई भी सरकारी संस्था आधार कार्ड की मांग व्हाट्सएप या ई-मेल के जरिए नहीं करती है।
#BewareOfFraudsters
For any kind of information related to the Aadhaar Update, always trust the UIDAI official website
(https://t.co/O8VS8N6Z2S), #mAadhaarApp and #myAadhaarPortal or official social media handle only. pic.twitter.com/nUeSdIQeLs
— Aadhaar (@UIDAI) August 16, 2023
इसके साथ ही UIDAI ने ये भी कहा है की प्रत्येक आधार कार्ड पर एक क्यूआर कोड दिया गया होता है जिससे किसी भी आधार का वेरिफिकेशन किया जा सकता है। ऐसे में किसी को आधार की कॉपी व्हाट्सएप पर शेयर करने की कोई आवश्यकता ही नहीं है। UIDAI के मुताबिक व्हाट्सएप पर शेयर किए गए आधार कार्ड की नकल करके आपके नाम पर फर्जी आधार कार्ड भी तैयार कर गलत इस्तेमाल किया जा सकता हैं।
UIDAI ने यह भी सुनिश्चित करने की सलाह दी है कि लोगों को किसी भी अज्ञात वेबसाइट या एप्लिकेशन पर जाकर अपने आधार कार्ड की प्रमाणितीकरण प्रक्रिया न करें। आधिकारिक वेबसाइट या एप्लिकेशन के बिना, किसी भी तरह की प्रमाणितीकरण प्रक्रिया करने से बचें ताकि आपकी व्यक्तिगत जानकारी सुरक्षित रहे।
कैसे कर सकते है आधार को ऑनलाइन प्रमाणित?
आधार कार्ड का ऑनलाइन प्रमाणित करने की प्रक्रिया बेहद सरल है, जिसमें नागरिकों को अपने आधार नंबर, नाम, पिता का नाम, पिनकोड और सुरक्षा पर्याप्तता संख्या की जानकारी देनी होती है। इसके बाद, वे अपने मोबाइल नंबर पर एक ओटीपी (वन टाइम पासवर्ड) प्राप्त करते हैं जिसका उपयोग प्रमाणितीकरण प्रक्रिया को पूरा करने के लिए किया जाता है।
इसके बाद, नागरिकों को अपने ऑटीपी कोड को वेबसाइट पर दर्ज करना होता है, जिससे उनके आधार कार्ड की प्रमाणितीकरण प्रक्रिया पूरी होती है। यूआईडीएआई की अनुसार, इस प्रक्रिया के माध्यम से नागरिक अपने आधार कार्ड की सत्यता को सुनिश्चित कर सकते हैं और धोखाधड़ी से बच सकते हैं।
इस चेतावनी के साथ, UIDAI ने नागरिकों को आधार कार्ड की सुरक्षा में सतर्क रहने की सलाह दी है। ऑनलाइन फ्रॉड से बचने के लिए, लोगों को अपने आधार कार्ड की प्रमाणितीकरण प्रक्रिया को सही और सुरक्षित तरीके से पूरा करने की सलाह दी जाती है।