Apple Ultra Watch 2 : दुनिया की जनि मानी टेक कंपनी एप्पल अपने नए डिवाइस Watch Ultra की दूसरी जेनरेशन पर काम कर रहा है। एप्पल की यह वॉच पिछले साल सितंबर में लॉन्च की गई एपल वॉच अल्ट्रा की जगह लेने वाली है। कंपनी ने दवा किया है की वह अपनी नई वॉच अल्ट्रा के पार्ट्स की मैन्युफैक्चरिंग के लिए 3D प्रिंटिंग टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल करने वाला है। इसके अलावा एक एनालिस्ट ने एपल की आगामी स्मार्टवॉच के डिजाइन के बारे में कुछ नई जानकारी दी है। इसके साथ ही इस नए वॉच के कंपोनेंट्स के लिए प्रमुख सप्लायर्स के नाम भी बताये हैं।
कब की जाएगी Apple Watch Ultra लॉन्च?
Apple Watch Ultra के सेकेंड जेनरेशन वॉच के लॉन्चिंग को लेकर एपल ने अब तक कोई आधिकारिक घोषणा नहीं की है। लेकिन कूच एनालिस्ट ने दावा किया है कि एप्पल की यह सेकंड जेनेरशन अल्ट्रा वॉच साल 2026 में कंपनी द्वारा लॉन्च की जा सकती है।
कैसे बनाया जायेंगे इसके पार्ट्स?
एक एनालिस्ट टीम ने दवा करते हुए बताया है की एपल अपनी आगामी एपल वॉच अल्ट्रा के लिए 3डी प्रिंटिंग तकनीक को अपना सकता है। इसके साथ ही दावा किया गया है कि वॉच में डिजिटल क्राउन, साइड बटन और एक्शन बटन आदि को 3डी-प्रिंटेड मैकेनिज्म से बनाया जा जायेगा। एप्पल स्मार्ट वाच के ये पार्ट्स वर्तमान में सीएनसी (कंप्यूटर न्यूमेरिकल कंट्रोल) प्रोसेस का उपयोग करके बनाए जाते हैं।
इसके साथ ही यह भी कहा कि 3डी प्रिंटिंग को भी बैक-एंड प्रोसेस के लिए सीएनसी प्रोसेस से गुजरना होगा। इस टेक्नोलॉजी की मदद से ये भी दवा किया जा रहा है की इससे एपल को उत्पादन लागत कम करने में मदद मिलेगी। साथ ही इससे डिवाइस के मैन्युफैक्चरिंग प्रोसेस में भी तेजी आने की संभावना बढ़ जाएगी। एनालिस्ट टीम ने एक पोस्ट शेयर किया है इससे ये भी पता चलता है की आईपीजी फोटोनिक्स लेजर कंपोनेंट्स का विशेष सप्लायर है, जबकि फार्सून और बीएलटी 2023 एपल वॉच अल्ट्रा के लिए 3डी-प्रिंटेड मैकेनिकल पार्ट्स के लिए प्रिंटर सप्लायर होंगे।
कैसा होगा इस वॉच का डिस्प्ले?
एप्पल के इस नए स्मार्टवॉच के बारे में बहुत साडी अफवाहें और अटकलें इंटरनेट पर तेजी से वायरल हो रही हैं। एक रिपोर्ट में कहा गया है की एपल वॉच अल्ट्रा की दूसरी जेनरेशन अपने सेगमेंट में माइक्रोएलईडी सुविधा देने वाली पहली स्मार्टवॉच हो सकती है। आपको बता दे की माइक्रो एलईडी के कंपोनेंट सामान्य एलईडी से सौ गुना छोटे होते हैं। इसलिए, उन्हें असेंबल करने में काफी समय लगता है, जिससे प्रोडक्शन प्रोसेस काफी प्रभावित होता है। कहा जा रहा है कि एपल अपने आईफोन, आईपैड और मैक सहित अपने सभी प्रोडक्ट के लिए माइक्रो एलईडी डिस्प्ले को पेश कर सकता है।