हाल ही में एयरटेल द्वारा टैरिफ दरों में बढ़ोतरी के बाद अब Vodafone Idea (Vi) ने भी अपने ग्राहकों के लिए नए पोस्टपेड और प्रीपेड प्लान्स की घोषणा कर दी है। इन नए प्लान्स में डाटा और कॉलिंग बेनिफिट्स कम कर दिए गए हैं, जबकि कीमतों में भी थोड़ी बढ़ोतरी की गई है। आइए आपको वोडाफोन आइडिया के नए टैरिफ प्लान्स की पूरी जानकारी देते हैं।
वोडाफोन आइडिया के नए प्रीपेड प्लान्स
मौजूदा प्लान (रुपये) | नई कीमत (रुपये) | वैलिडिटी (दिन में) | डेटा |
179 रुपये | 199 रुपये | 28 दिन | कुल 2GB |
459 रुपये | 509 रुपये | 84 दिन | कुल 6GB |
1799 रुपये | 1999 रुपये | 365 दिन | कुल 24GB |
269 रुपये | 299 रुपये | 28 दिन | 1GB प्रतिदिन |
299 रुपये | 349 रुपये | 28 दिन | 1.5GB प्रतिदिन |
319 रुपये | 379 रुपये | 30 दिन | 2GB प्रतिदिन |
479 रुपये | 579 रुपये | 56 दिन | 1.5GB प्रतिदिन |
539 रुपये | 649 रुपये | 56 दिन | 2GB प्रतिदिन |
719 रुपये | 859 रुपये | 84 दिन | 1.5GB प्रतिदिन |
839 रुपये | 979 रुपये | 84 दिन | 2GB प्रतिदिन |
कहां से मिलेंगी नई कीमतों की जानकारी?
ग्राहकों को सलाह दी जाती है कि वे Vodafone Idea की आधिकारिक वेबसाइट या फिर MyVi ऐप पर जाकर अपने प्लान की नई कीमत चेक कर लें। इसके अलावा, आप नजदीकी वोडाफोन आइडिया स्टोर पर भी जाकर जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।
क्यों बढ़ाई गईं टैरिफ दरें?
Vodafone Idea ने टैरिफ दरें बढ़ाने के पीछे कई कारण बताए हैं। कंपनी का कहना है कि टेलीकॉम इंडस्ट्री में लगातार बढ़ रही लागतों को पूरा करने के लिए यह कदम उठाना जरूरी था। साथ ही, कंपनी का कहना है कि बेहतर नेटवर्क इंफ्रास्ट्रक्चर और सेवाओं को बनाए रखने के लिए भी यह जरूरी है।
दूसरे टेलीकॉम ऑपरेटरों से तुलना
अगर हम Vodafone Idea के नए प्लान्स की तुलना एयरटेल के प्लान्स से करें, तो पाते हैं कि एयरटेल थोड़ा ज्यादा डाटा ऑफर कर रहा है, लेकिन वोडाफोन आइडिया कुछ प्लान्स में स्ट्रीमिंग सर्विस सब्सक्रिप्शन दे रहा है। जियो ने अभी तक अपने नए प्लान्स की घोषणा नहीं की है, इसलिए उनकी तुलना बाद में की जा सकती है।
क्या है ग्राहकों की प्रतिक्रिया?
जैसा कि उम्मीद की जा सकती थी, Vodafone Idea द्वारा टैरिफ दरें बढ़ाने के फैसले को लेकर ग्राहकों की मिलीजुली प्रतिक्रिया सामने आई है। कुछ ग्राहकों का कहना है कि लगातार बढ़ती कीमतों से उनकी जेब पर बोझ पड़ रहा है। वहीं, कुछ ग्राहकों का कहना है कि अगर बेहतर सेवाएं मिलती रहें तो वे थोड़ी बढ़ी कीमतों को स्वीकार कर सकते हैं।