आपने कभी गौर किया है कि मोबाइल Recharge Plan अक्सर 28 दिन की वैधता के साथ आते हैं? यह एक आम बात है, लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि ऐसा क्यों होता है? 30 दिन या महीने के हिसाब से प्लान क्यों नहीं दिए जाते? आइए इस सवाल का जवाब जानने की कोशिश करते हैं।
पहले कुछ समय पहले तक कई कंपनियां अलग-अलग वैधता वाले Recharge Plan देती थीं, लेकिन अब ज्यादातर कंपनियों के प्लान 28 दिन की वैधता के साथ ही आते हैं। इसके पीछे कई कारण हो सकते हैं।
कैलेंडर महीनों में अंतर
एक कारण कैलेंडर महीनों में अंतर है। हर साल में कुछ महीने 30 दिन, कुछ 31 दिन के होते हैं, और फरवरी तो सिर्फ 28 दिन का होता है (अ闰 वर्ष में 29 दिन)। अगर कोई कंपनी 30 दिन की वैधता वाले प्लान देती है, तो हर महीने रिचार्ज करवाना पड़ सकता है। वहीं, 28 दिन की वैधता सभी महीनों में एक समान रहती है। इससे ग्राहकों को रिचार्ज की तारीख याद रखने में आसानी होती है।
अतिरिक्त रेवेन्यू
कुछ लोगों का मानना है कि कंपनियां जानबूझकर 28 दिन की वैधता वाले प्लान देती हैं ताकि ग्राहक जल्दी रिचार्ज करें और उन्हें ज्यादा से ज्यादा रेवेन्यू प्राप्त हो। हालांकि, ज्यादातर Recharge Plan में लंबी वैधता वाले विकल्प भी मौजूद होते हैं, जैसे 56 दिन या 84 दिन।
ग्राहक को परेशानी या कंपनी का फायदा?
28 दिन की वैधता कुछ ग्राहकों के लिए परेशानी का सबब हो सकती है, खासकर उन्हें जो महीने के अंत में रिचार्ज करते हैं। उन्हें अगले महीने की शुरुआत में ही फिर से रिचार्ज करना पड़ सकता है। वहीं, कुछ ग्राहकों को इससे कोई दिक्कत नहीं होती क्योंकि वे रिचार्ज की तारीख आसानी से याद रख सकते हैं।
कुल मिलाकर, 28 दिन की वैधता वाले Recharge Plan कंपनियों के लिए भी और ग्राहकों के लिए भी फायदे और नुकसान दोनों रखते हैं। कंपनियों को शायद थोड़ा फायदा हो सकता है, लेकिन यह ग्राहक के रिचार्ज पैटर्न पर भी निर्भर करता है।