YouTube Premium: भारतीय यूजर्स अक्सर कम कीमत में प्रीमियम सेवाएं प्राप्त करने के लिए वीपीएन (वर्चुअल प्राइवेट नेटवर्क) का सहारा लेते हैं। YouTube Premium सब्सक्रिप्शन भी इसका शिकार हो गया है। कई यूजर्स विदेशी सर्वरों से कनेक्ट होने के लिए वीपीएन का इस्तेमाल कर रहे थे, जहां सब्सक्रिप्शन की कीमतें भारत से कम हैं।
हालांकि अब यूट्यब ने ऐसे लोगों पर लगाम लगाना शुरू कर दिया है। कंपनी ने उन यूजर्स के सब्सक्रिप्शन रद्द कर दिए हैं, जिन्होंने वीपीएन का इस्तेमाल कर सस्ता सब्सक्रिप्शन प्राप्त किया था। इसके साथ ही, प्रभावित यूजर्स को ईमेल के जरिए सूचित किया गया है कि वे अपनी सदस्यता को भारत में लागू दरों के अनुसार नवीनीकृत कर सकते हैं।
वीपीएन का इस्तेमाल क्यों किया जाता है?
भारत में YouTube Premium सब्सक्रिप्शन की कीमत ₹129 प्रति माह है। वहीं, कुछ देशों में यह कीमत काफी कम है। उदाहरण के लिए, अर्जेंटीना में इसकी कीमत लगभग ₹30 प्रति माह है। वहीं, अमेरिका में इस सर्विस के लिए $13.99 (लगभग 1,170 रुपये) देने होते हैं।ऐसे में, कुछ यूजर्स वीपीएन का उपयोग करके अपने स्थान को बदल देते हैं और विदेशी सर्वरों से कनेक्ट हो जाते हैं, जहां सब्सक्रिप्शन कम कीमत में मिलता है।
हालांकि, यूट्यूब यह पहचान सकता है कि कोई यूजर वीपीएन का इस्तेमाल कर रहा है। कंपनी यूजर के आईपी एड्रेस और बिलिंग पते जैसी जानकारी पर नजर रखती है। यदि ये दोनों विवरण मेल नहीं खाते हैं, तो यह संकेत मिलता है कि यूजर वीपीएन का इस्तेमाल कर रहा है।
VPN का इश्तेमाल पड़ेगा महंगा
कुछ सोशल मीडिया यूजर्स ने दावा किया है कि पिछले कुछ महीनों से वर्चुअल प्राइवेट नेटवर्क (VPN) का उपयोग करके सस्ते में YouTube Premium सब्सक्रिप्शन लिया जा रहा है। इस तरह YouTube Premiumसब्सक्रिप्शन लेने से यूजर्स को विज्ञापन नहीं दिखाई देते हैं। लेकिन अब कंपनी ने ऐसे लोगों पर नकेल कसना शुरू कर दिया है। ऐसा करने से यूट्यूब की पॉलिसियों का उल्लंघन हो रहा है।
कंपनी ने उन यूजर्स पर ध्यान देना शुरू किया है जो VPN के माध्यम से अपने लोकेशन को बदलकर सस्ते सब्सक्रिप्शन का लाभ उठा रहे हैं। इसके तहत ऐसे यूजर्स के अकाउंट्स को चिह्नित करके उन पर उचित कार्रवाई की जा रही है। कंपनी का कहना है कि यह कदम इसलिए उठाया गया है ताकि सब्सक्रिप्शन का उचित मूल्य सभी उपयोगकर्ताओं द्वारा दिया जाए और कोई भी यूजर पॉलिसियों का उल्लंघन न कर सके।
VPN यूजर्स पर होगी कार्रवाई
यूट्यूब उन यूजर्स पर कार्रवाई कर रहा है, जो सस्ते में YouTube Premium सब्सक्रिप्शन लेने के लिए VPN का सहारा ले रहे थे। ऐसे यूजर्स के सब्सक्रिप्शन को कैंसल किया जा रहा है। सब्सक्रिप्शन कैंसल करने के बाद यूजर्स को मेल भेजा जा रहा है, जिसमें सब्सक्रिप्शन कैंसल करने के कारणों और इसे वापस लेने की प्रक्रिया के बारे में बताया गया है।
यूट्यूब की यह कार्रवाई इसलिए की जा रही है ताकि सब्सक्रिप्शन की पॉलिसियों का उल्लंघन न हो सके और सभी यूजर्स समान रूप से सही मूल्य का भुगतान करें। कंपनी का यह कदम उपयोगकर्ताओं को यूट्यूब की पॉलिसियों का पालन करने और सही तरीके से सब्सक्रिप्शन लेने के लिए प्रेरित करने के उद्देश्य से उठाया गया है।