Manipur: पढ़ेगा इंडिया तभी तो बढेगा इंडिया, शिक्षा मनुष्य के जीवन का अभिन्न हिस्सा है। ये खबर किसी भी भारतीय के कानो तक पहुँचने को रुकी नहीं है कि मणिपुर में पिछले दो महिने से हिंसा चल रहा है जिसे लेकर लगातार दंगे हो रहे है ; दंगे से विद्यालय में पढ़ रहे बच्चे बुरी तरह से प्रभावित ना हो इसलिए मणिपुर सरकार ने बच्चों के विद्यालय को बंद कर दिया था। परंतु शिक्षा का महत्व देखते हुए सरकार ने 10 अगस्त यानि आज से सेकेंडरी एवं सीनियर सेकेंडरी कक्षाए (कक्षा 9 से कक्षा 12) फिर से शुरू करने के लिए विद्यालय को खोलने की अनुमति दे दी है।
1,229 विद्यालय में फिर से होगी पढ़ाई, निर्देशक करेंगे कड़ी कार्रवाई
आदेश के अनुसार 9वी व 12वी की कक्षाए शुरू करने के लिए राज्य के 4,617 विद्यालयों में से करीबन 1,229 विद्यालय फिर से खोले जाएंगे अथवा अन्य विद्यालयों में से करीबन 100 विद्यालय ऐसे है जिन्हे केंद्रीय राहत बल के संदर्भ में आवास एवं विस्थापितों के लिए शिविर बनाए गए है।
मणिपुर के सभी क्षेत्रीय शिक्षा अधिकारियों को निर्देशक एल नंदकुमार द्वारा आदेश दिया गया है कि वे कोई व घटना सम्बंधित जानकारी के विषय में शिक्षा विभाग को सूचित करें अथवा तदनुसार कार्रवाई करें। दो महिने बाद खुल रहे विद्यालयों में किसी तरह का बुरा प्रभाव ना पड़े इसलिए सभी शिक्षा अधिकारियों को एकजुट होकर काम करना होगा।
हिंसा से बुरी तरह प्रभावित होकर बंद किए गए थे विद्यालय
3 मई को की गई जातीय हिंसा में लगभग 6,000 छात्र विस्थापित हो गए जो कि अलग अलग मानकों से थे। प्राइमरी से 12वी कक्षा के करीबन 4,747 छात्र राहत शिविर में निवास कर रहे है।
हर वर्ष की तरह इस वर्ष भी सरकार ने विद्यालय में 4 मई से 30 मई तक गर्मियों की छुट्टी देने का एलान किया था, हालांकि हिंसा को देखते इन छुट्टियों को 19 जून तक बढ़ा दिया गया। योजना तो थी कि विद्यालयों को 21 जून से ही खोल दिया जाए परंतु इस योजना को स्थगित कर दिया गया, अतः 1 जुलाई से 1 से 8 तक की कक्षा प्रारम्भ करने के वास्ते विद्यालय को खोल दिया गया।
विद्यालयों का संचालन सही रूप से हो इसलिए निर्देशकों द्वारा कड़ी कार्रवाई की जा रही है जिससे बच्चों पे किसी भी तरह का बुरा असर ना हो एवं बच्चे सुरक्षित महसूस करें।