Purnia News: हम जिस समाज में रहते हैं वहां की सबसे बड़ी खामियां ये है कि यहां पर लोग किसी की गलतियों को गिनाने से पीछे नहीं हटते और वैसे लोग किसी के रास्ते में और भी ज्यादा अरचन बन जाते है. बिहार के पूर्णिया जिले के रुपौली थाना के काँप बलिया में रहने वाले सरकारी शिक्षक स्वर्गीय रामपाल यादव के पुत्र संजय कुमार ने समाज के तानों को पूरी तरह नजर अंदाज करके अपने सपने को पूरा किया है जिनकी इस उपलब्धि पर ताने मारने वाले लोग भी सलाम कर रहे हैं.
इस तरह मिली सफलता
रुपौली गांव में जितने ज्यादा पढ़े लिखे लोग हैं, उतनी ज्यादा उससे भी ज्यादा बेरोजगारी भरी है. ऐसे में वहां पर नौकरी का सपना देखना कोई बड़ी बात नहीं थी लेकिन नौकरी को हासिल करना एक बहुत बड़ी चुनौती थी. संजय कुमार ने खुद यह बताया कि जब उन्होंने दरोगा का फॉर्म भरा तो उनके साथ-साथ गांव के कई लोगों ने भी फॉर्म भरा लेकिन उन्होंने सभी को पीछे छोड़कर इस एग्जाम को क्लियर कर लिया. उन्होंने फिजिकल, रिटन और इंटरव्यू भी पास करके सिलेक्शन हासिल कर लिया और सब इंस्पेक्टर के पोस्ट पर पहुंच गए हैं.
बचपन से पढ़ाई में थे अव्वल
सब इंस्पेक्टर बन संजय सिंह ने खुद बताया कि उनके गांव वाले यह अच्छी तरह से जानते थे कि वह बचपन से पढ़ाई में अव्वल है. संजय सिंह कहते हैं कि हारा वही जो लड़ा नहीं, इसलिए उन्होंने अपने मेहनत को जारी रखा और इस मुकाम को हासिल किया. पतला दुबला होने के कारण गांव के लोग अक्सर उन्हें चिढा़ते रहते थे, पर उन्होंने हमेशा अपनी कमजोरी को अपनी ताकत बनाया और आज वह सबसे आगे निकल चुके हैं.