Gold एक सुरक्षित निवेश माना जाता है, और यह सदियों से लोगों का पसंदीदा निवेश विकल्प रहा है। Gold भारत में सबसे लोकप्रिय निवेश विकल्पों में से एक है। यह एक सुरक्षित निवेश विकल्प माना जाता है और लंबी अवधि में अच्छा रिटर्न देता है। वहीं आज के डिग्गितल युग में लोग फिजिकल Gold के साथ डिजिटल Gold में भी निवेश कर रहे हैं।
अभी हमारे देश में तो फेस्टिव सीजन की भी शुरुआत हो चुकी है। कुछ दिनों के बाद पूरा भारत दीपों से जगमगा जाएगा। ऐसे में दीपावली से पहले धनतेरस पर ज्यादातर लोग गोल्ड खरीदना पसंद करते हैं। हालांकि, सोने में निवेश करने के कई तरीके हैं, और यह तय करना मुश्किल हो सकता है कि कौन सा तरीका आपके लिए सबसे अच्छा है।
गोल्ड ETF और सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड सोने में निवेश करने के दो सबसे लोकप्रिय तरीके हैं। दोनों विकल्पों के अपने फायदे और नुकसान हैं, इसलिए यह महत्वपूर्ण है कि आप निवेश करने से पहले दोनों की तुलना करें। यदि आप अपनी पूंजी को सुरक्षित रखना चाहते हैं और लंबी अवधि में अच्छा रिटर्न प्राप्त करना चाहते हैं, तो सोना एक अच्छा निवेश विकल्प हो सकता है। हालांकि, आपको यह याद रखना चाहिए कि सोने की कीमतें अस्थिर होती हैं, इसलिए आपको नुकसान भी हो सकता है।
यदि आप Gold में निवेश करना चाहते हैं, लेकिन फिजिकल सोना खरीदना और स्टोर नहीं करना चाहते हैं, तो गोल्ड ईटीएफ एक अच्छा विकल्प हो सकता है। गोल्ड ईटीएफ में निवेश करके, आप सोने में निवेश कर सकते हैं और यह निवेश भौतिक सोने के रूप में आपके पास नहीं होगा।
गोल्ड ईटीएफ क्या है?
गोल्ड ईटीएफ एक प्रकार का म्यूचुअल फंड है जो Gold में निवेश करता है। गोल्ड ईटीएफ यूनिटों की खरीद और बिक्री स्टॉक एक्सचेंजों पर की जाती है। गोल्ड ईटीएफ के निवेशक गोल्ड ईटीएफ यूनिटों की एक निश्चित संख्या को रिडीम करके भौतिक सोना भी प्राप्त कर सकते हैं।
सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड क्या है?
सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड भारत सरकार द्वारा जारी किए जाने वाले बॉन्ड हैं जो सोने में निवेश करते हैं। सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड की अवधि आठ वर्ष की होती है और इसमें पांचवें वर्ष के बाद समयपूर्व निकासी का विकल्प होता है। सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड के निवेशकों को प्रतिवर्ष 2.5% निश्चित ब्याज भी प्राप्त होता है।
गोल्ड ईटीएफ और सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड में से कौन देता है अधिक रिटर्न?
गोल्ड ईटीएफ और सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड दोनों ही Gold में निवेश करने के अच्छे विकल्प हैं। हालांकि, इन दोनों निवेश विकल्पों के बीच कुछ अंतर हैं।
गोल्ड ईटीएफ और सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड के बीच सबसे बड़ा अंतर यह है कि गोल्ड ईटीएफ एक मार्केट-लिंक्ड प्रोडक्ट है, जबकि सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड एक फिक्स्ड-इनकम प्रोडक्ट है। इसका मतलब है कि गोल्ड ईटीएफ की कीमतें सोने की कीमतों के साथ उतार-चढ़ाव करती हैं, जबकि सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड की कीमतें सोने की कीमतों से प्रभावित नहीं होती हैं।
गोल्ड ईटीएफ और सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड के बीच एक और अंतर यह है कि गोल्ड ईटीएफ में निवेश करने के लिए आपको एक डीमैट खाते की आवश्यकता होती है, जबकि सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड में निवेश करने के लिए आपको डीमैट खाते की आवश्यकता नहीं होती है।
आपके लिए कौन सा निवेश विकल्प बेहतर है?
गोल्ड ईटीएफ और सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड दोनों ही सोने में निवेश करने के अच्छे विकल्प हैं। आपके लिए कौन सा निवेश विकल्प बेहतर है, यह आपके निवेश लक्ष्यों और समय क्षितिज पर निर्भर करता है।
यदि आप लंबी अवधि के लिए निवेश कर रहे हैं और आपको भौतिक सोना रखने की आवश्यकता नहीं है, तो गोल्ड ईटीएफ आपके लिए एक बेहतर विकल्प हो सकता है। गोल्ड ईटीएफ में निवेश करके, आप सोने की कीमतों में वृद्धि से लाभ उठा सकते हैं।
यदि आप एक सुरक्षित निवेश विकल्प की तलाश में हैं, तो सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड आपके लिए एक बेहतर विकल्प हो सकता है। सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड में निवेश करके, आप प्रतिवर्ष 2.5% निश्चित ब्याज प्राप्त कर सकते हैं और सोने की कीमतों में वृद्धि से भी लाभ उठा सकते हैं।